‘शुगर स्मार्ट शेफ जूनियर’ – नन्हें शेफ्स ने इंदौर में हेल्दी कुकिंग से जीता सबका दिल

इंदौर, 27 जुलाई 2025। इंदौर शहर ने रविवार 28 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य, स्वाद और जागरूकता का अनोखा संगम देखा, जब बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में आयोजित ‘शुगर स्मार्ट शेफ जूनियर’ प्रतियोगिता में टाइप-1 डायबिटीज़ से प्रभावित 50 से अधिक बच्चों ने भाग लिया और अपने साहस और पाक-कौशल से सबका दिल जीत लिया। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य बच्चों और उनके परिवारों को हेल्दी ईटिंग हैबिट्स, डायबिटीज़ मैनेजमेंट और मोटापे की रोकथाम की दिशा में प्रेरित करना था।

फिनाले में छोटे शेफ्स ने लाइव ‘माई ड्रीम लंच बॉक्स’ तैयार किए, जिनमें स्प्राउट चाट, चीला, व्हीट मेड केक, हेल्दी कुकीज़ जैसे नो-शुगर और पोषण से भरपूर व्यंजन शामिल थे। इन रेसिपीज़ ने यह संदेश दिया कि डायबिटीज़-फ्रेंडली फूड न केवल स्वादिष्ट हो सकता है बल्कि बच्चों की सेहत को बेहतर बनाने में भी मददगार है।

प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी बनाई गई हेल्दी रेसिपी प्रस्तुत की। सभी प्रतिभागी बच्चों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए, ताकि बच्चों का आत्मविश्वास और उत्साह बढ़े। पहला पुरस्कार जहां अब्दुल रहमान को दिया गया वहां दूसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से रेयांश सेठ एवं मंदाना और तीसरा पुरुस्कार सृष्टि गडकरी को दिया गया। निर्णायक टीम में द पार्क होटल के शेफ श्री पिंटू पासवान, सीनियर शेफ ज्योति चौबे, श्रीमती स्वर्णलता अय्यर, प्रोफेसर डॉ हेमंत जैन ने भूमिका निभाई।

कार्यक्रम में कुकिंग प्रतियोगिता के साथ-साथ केयर सीएचएल हॉस्पिटल द्वारा फ्री स्क्रीनिंग और हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाया गया। यहां प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों की सामान्य स्वास्थ्य जांच, शुगर लेवल माप, बीएमआई, और आंखों की जांच की गई।

इसके अलावा, विशेषज्ञों ने सीपीआर (हृदयाघात और आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक सहायता) पर विशेष सत्र आयोजित किया, जिसमें उपस्थित लोगों को यह सिखाया गया कि हृदय संबंधी आपात स्थितियों में तुरंत सहायता कैसे दी जाए। इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों और अभिभावकों को न केवल हेल्दी लाइफस्टाइल के प्रति जागरूक करना था, बल्कि आपातकालीन स्वास्थ्य सहायता के व्यावहारिक ज्ञान से भी सशक्त बनाना था।

इस प्रतियोगिता के आयोजक और सीनियर एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. संदीप जुल्का, जो ओबेसिटी टास्क फोर्स के सदस्य भी हैं, ने कहा:
“हमारे लिए यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक मुहिम है। अगर बच्चों को बचपन से ही हेल्दी डाइट, शुगर नियंत्रण और सक्रिय जीवनशैली की आदतें सिखा दी जाएं, तो न केवल डायबिटीज़ बल्कि मोटापा और अन्य जीवनशैली संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम किया जा सकता है। इन बच्चों का आत्मविश्वास हमें सिखाता है कि बीमारी उनकी पहचान नहीं, बल्कि उनका जज़्बा और जागरूकता ही उनकी असली पहचान है। ‘शुगर स्मार्ट शेफ जूनियर’ ने यह साबित किया कि सही दिशा और जानकारी के साथ सेहत और स्वाद साथ-साथ चल सकते हैं। इस आयोजन ने बच्चों, अभिभावकों और शहरवासियों को यह सीख दी कि संतुलित भोजन, नियमित कसरत और आपात स्वास्थ्य ज्ञान से ही एक स्वस्थ समाज की नींव रखी जा सकती है।”

केयर सीएचएल हॉस्पिटल के सीओओ श्री मनीष गुप्ता जी ने बताया, “एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ संदीप जुल्का, गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ शिव शंकर शर्मा, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील शर्मा, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अमितेश सतसंगी का विशेष धन्यवाद, जिन्होने मधुमेह के किडनी, हृदय, नेत्रों पर प्रभाव को विस्तृत रूप से समझाया और इनको पहचान के लिए शुरुआती लक्षणों की जानकारी दी। यह कार्यक्रम केवल बच्चों के लिए बल्कि हमारे लिए भी प्रेरणादायक रहा हम भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे।”