अंतरिक्ष में करीब नौ महीने बिताने के बाद, भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर की धरती पर वापसी की घड़ी आ गई है। यह दोनों अंतरिक्ष यात्री फ्लोरिडा के खाड़ी तट पर स्पेसएक्स कैप्सूल से सुरक्षित उतारेंगे, लेकिन इस खास पल के बाद उनकी सेहत पर कई सवाल उठते हैं। मेडिकल टीम के लिए उनकी सेहत को सामान्य बनाना एक बड़ी चुनौती बन गई है।
सुनीता और बुच को मिलेगी लंबी चिकित्सा देखभाल
अंतरिक्ष में बिताए गए लंबे समय के बाद, सुनीता और बुच का शरीर कई शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजर चुका है। धरती पर लौटने के बाद दोनों को मेडिकल जांच और लंबी पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा। जब दोनों कैप्सूल से बाहर निकलेंगे, तो उन्हें स्ट्रेचर पर लिटाया जाएगा और तुरंत जांच प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्हें विशेष डायट और फिटनेस ट्रेनिंग की जरूरत होगी, ताकि उनके शरीर में लचीलापन और मांसपेशियों की ताकत वापस लौट सके।
कितने दिन लग सकते हैं सामान्य होने में?
नासा की मेडिकल टीम के अनुसार, सुनीता और बुच को अपनी पूरी ताकत और शारीरिक स्थिति को फिर से पाने में करीब डेढ़ से दो महीने का समय लग सकता है। इस उम्र में (सुनीता 59 साल और बुच 61 साल के हैं), ऐसे लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद सामान्य स्थिति में लौटना आसान नहीं होता।
अंतरिक्ष में सेहत पर पड़ा असर
अंतरिक्ष में इतने लंबे समय तक रहने का शरीर पर गहरा असर पड़ता है। अनुमान है कि अंतरिक्ष विकिरण ने दोनों के शरीर को अंदर और बाहर से नुकसान पहुंचाया है, और उनका शरीर पहले से हल्का हो चुका है। रंग में भी बदलाव आया है, और मानसिक स्थिति पर भी लंबे समय तक अकेलेपन का असर हुआ है।
कई अफवाहों के बीच यह भी सामने आया है कि एलन मस्क ने पहले ही आठ महीने पहले दोनों को वापस लाने की पेशकश की थी, लेकिन अमेरिकी प्रशासन ने इसे खारिज कर दिया।