जब से डिजिटल अरेस्ट और सेक्स टॉर्शन की घटनाएं बढ़ रही है, तब से दुखियारी जनता की तिजोरी पर अपराधियों की निगाहें चढ़ रही है…
बताओ आंबेडकरजी को पहली केबिनेट से इस्तीफा क्यों देना पड़ा, अनुसूचित जाति – जनजाति के प्रति व्यवहार से उनके असंतोष पर कभी कोई कांग्रेसी क्यों नहीं लड़ा…
काउंटर पर लगातार भीड़ उपलब्ध कर्मचारियों की कमी…वाह रे ऊंची उड़ान वालों तुम्हारी जमीनी हकीकत नहीं जमी…