इंदौर की राजमाता मां अहिल्या की 300 वीं जन्म जयंती के अवसर पर कई कार्यक्रम सतत आयोजित किए जा रहै है। इसी तारत्मय में ऐतिहासिक राजवाड़ा पर मोहन कैबिनेट की बैठक ने मां अहिल्या के न्याय की तर्ज पर यहां बैठ कर मोहन कैबिनेट ने कई अहम फैंसले लिए। यहीं अब लोकसभा की वरिष्ठ नेता और ‘ताई’ के नाम से मशहूर सुमित्रा महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक अहम पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इंदौर-उज्जैन से रामेश्वरम तक चलने वाली त्रिसप्ताहिक ट्रेन को स्थायी रूप से विस्तारित करने की मांग की है।
मां अहिल्या का कार्यों से कराया अवगत
ताई ने पत्र में लिखा कि मध्यभारत में स्थित इंदौर शहर देवी अहिल्या बाई होलकर की कर्म स्थली रही है। इस शहर के हर कार्यक्रम का शुभारंभ मां अहिल्या का स्मरण करके प्रारंभ किया जाता है। माता अहिल्या ने अपने शासन काल में सिर्फ इंदौर ही नहीं अपितू पूरे देश के 12 ज्योतिर्लिंग देव स्थानों का जीर्णोउद्दार कराया। देश की धार्मिक नदियों पर घाट का निर्माण कराया। देश के कई धार्मिक स्थलों पर धर्मशालाएं बनवाई। होल्कर राज्य का कार्य भी हुजूर श्री शंकर के नाम से संचालित होता था। इसलिए माता अहिल्या के त्रिशताब्दी वर्ष पर इंदौर से उज्जैन, तिरूपित होते हुए रामेश्वरम तक एक त्रिसप्ताहिक ट्रेन चलाई जाए। यह ट्रेन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश के चार बड़े तीर्थस्थलों—उज्जैन (महाकाल), इंदौर (ओंकारेश्वर से निकट) तिरूपति और रामेश्वरम को आपस में जोड़ेगी। धार्मिक यात्राओं के लिए यात्रियों को इससे काफी राहत मिलेगी।
ताई ने इंदौर के इतिहास में मां अहिल्या के पुण्य कार्यो और उनके धार्मिक कार्यों की तर्ज पर एक कदम मां अहिल्या की शिव भक्ति को याद दिलाते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा है कि इंदौर-उज्जैन-रामेश्वर त्रिसप्ताहिक ट्रेन को चलाया जाए।