तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाल ही में लोकसभा में राज्य की सीटों में कमी आने की संभावना जताई और इसके लिए राज्य में लागू परिवार नियोजन कार्यक्रम को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि परिसीमन प्रक्रिया के तहत तमिलनाडु की संसदीय सीटों की संख्या में कमी हो सकती है, क्योंकि राज्य ने परिवार नियोजन को प्राथमिकता दी है।
स्टालिन ने यह बयान कोलथुर में एक विवाह समारोह के दौरान दिया, जहां वे पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य की शादी में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि राज्य ने लंबे समय से परिवार नियोजन के कार्यक्रम का पालन किया है, और इसके कारण संसदीय सीटों की संख्या में कमी हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर पहले भी चिंता व्यक्त की थी। पिछले साल अक्टूबर में, उन्होंने राज्यवासियों से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील की थी। उनका कहना था कि परिवारों के छोटे आकार को बढ़ावा देने के बावजूद, लोकसभा सीटों की संख्या में कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
स्टालिन ने यह भी कहा था कि तमिलनाडु में जनसंख्या नियंत्रण नीतियों का पालन किया गया है, लेकिन इसके बावजूद परिसीमन अभ्यास में राज्य का राजनीतिक प्रतिनिधित्व कम हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर ध्यान देने का आग्रह करते हुए कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों को ऐसे किसी दंडात्मक कदम का सामना नहीं करना चाहिए।