Bhopal News : दिल्ली में प्रदर्शन के लिए जा रहे तमिलनाडु के 225 किसानों को मध्य प्रदेश में नर्मदापुरम, इटारसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया गया। पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने यह कार्रवाई की, जिसके बाद किसानों ने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। कई किसानों ने मिलकर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की, जिससे प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
यह सभी किसान ‘राष्ट्रीय दक्षिण भारतीय नदी संपर्क किसान संगठन’ से जुड़े हैं। वे अपनी मांगों को लेकर बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक बड़ा आंदोलन करने की योजना बना रहे थे। इसी सिलसिले में वे सोमवार को चेन्नई से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे।
दो ट्रेनों में सवार थे किसान
जानकारी के अनुसार, संगठन के करीब 200 सदस्य जीटी एक्सप्रेस में सवार थे, जबकि 50 से अधिक सदस्य तमिलनाडु एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे। जब ट्रेनें मध्य प्रदेश की सीमा से गुजर रही थीं, तभी नर्मदापुरम, इटारसी रेलवे स्टेशन पर ही पुलिस और आरपीएफ के जवानों ने उन्हें नीचे उतार दिया। इस अचानक हुई कार्रवाई से किसान नाराज हो गए और उन्होंने वहीं विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्लेटफॉर्म पर अर्धनग्न प्रदर्शन
पुलिस की कार्रवाई के विरोध में कई किसान अर्धनग्न हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उनके उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्लेटफॉर्म पर अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसानों को किस कारण से ट्रेन से उतारा गया और उन्हें दुरंतो एक्सप्रेस से वापस भेजा जाएगा।
इस मामले में किसान संगठन के अध्यक्ष अय्या कन्नू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कृषि उत्पादों के लिए दो गुना लाभकारी मूल्य देने का वादा किया था। धान का मूल्य अगर 18 रुपये प्रति किलो है, तो गेहूं का भी 18 रुपये होना चाहिए। उन्होंने 54 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब तक उन्होंने केवल 24 रुपये दिए हैं।
उसी तरह, गन्ने का मूल्य 2,700 रुपये प्रति टन है। अब उन्होंने 8,100 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक केवल 3,160 रुपये ही दे रहे हैं। इसलिए, हम चाहते हैं प्रधानमंत्री अपना वादा पूरा करें। बुधवार को किसानों की जंतर-मंतर पर आंदोलन करने की उनकी योजना थी।