बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार Tanishk Bagchi ने हाल ही में अपनी नवीनतम रचना, फिल्म ‘सैयारा’ के टाइटल ट्रैक के पीछे की भावनात्मक यात्रा के बारे में खुलकर बात की। इस गीत ने न केवल दर्शकों के दिलों को छुआ है, बल्कि वैश्विक संगीत चार्ट्स पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। तनिष्क ने बताया कि इस गीत की रचना उनके जीवन के एक बेहद चुनौतीपूर्ण दौर में हुई, जब वे डिप्रेशन और निजी जीवन की उथल-पुथल से गुजर रहे थे।
Tanishk Bagchi: दर्द से उपजा संगीत
तनिष्क ने एक साक्षात्कार में साझा किया कि ‘सैयारा’ का निर्माण केवल एक संगीतमय प्रयास नहीं था, बल्कि यह उनके और उनके सहयोगियों के निजी दर्द का प्रतिबिंब था। “मैं उस समय डिप्रेशन से जूझ रहा था। मेरी जिंदगी में सब कुछ था – एक घर, करियर, सफलता – फिर भी एक खालीपन था जिसे मैं समझ नहीं पा रहा था,” तनिष्क ने कहा। उन्होंने बताया कि इस गीत के निर्माण के दौरान उनके सहयोगी, अरसलान निजामी और फहीम अब्दुल्लाह, भी अपने निजी संघर्षों से गुजर रहे थे। इस सामूहिक भावनात्मक उथल-पुथल ने ‘सैयारा’ को एक अनूठी गहराई दी, जो इसे सुनने वालों के दिलों तक पहुंची।
टूटे दिल का गीत
‘सैयारा’ का टाइटल ट्रैक, जिसे तनिष्क ने फहीम अब्दुल्लाह और अरसलान निजामी के साथ मिलकर बनाया, इरशाद कामिल के भावपूर्ण गीतों और फहीम की आत्मीय आवाज के साथ एक ऐसी रचना बन गई जो श्रोताओं के लिए एक भावनात्मक अनुभव प्रदान करती है। Tanishk Bagchi ने बताया कि इस गीत को बनाने का उद्देश्य कभी भी हिट गाना बनाना नहीं था। “हम बस कुछ ऐसा बनाना चाहते थे जो सच्चा हो, सरल हो, जिसमें कोई बनावट न हो। जब गाना पूरा हुआ, तो मैंने इसे बार-बार सुना और मुझे लगा कि यह मुझे ठीक कर रहा है। तभी मुझे यकीन हुआ कि यह दूसरों को भी सुकून देगा,” उन्होंने कहा।
मोहित सूरी का साथ
तनिष्क ने फिल्म के निर्देशक मोहित सूरी को अपनी इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण सहारा बताया। मोहित ने न केवल उनके साथ पेशेवर रूप से काम किया, बल्कि उन्हें भावनात्मक समर्थन भी दिया। “मोहित सर ने मुझसे कहा कि मैं एक अच्छा संगीतकार हूँ और मुझे बार-बार खुद को साबित करने की जरूरत नहीं है। उनकी बातों ने मुझे बहुत हौसला दिया,” तनिष्क ने साझा किया।