सीताराम ठाकुर, भोपाल
मप्र कैडर में 2009 बैच के आईएएस अधिकारी तरुण कुमार पिथोड़े ( Tarun Kumar Pithode ) पर सरकार कुछ खास ही मेहरबान है। क्योंकि पिथोड़े आईएएस बनने से पहले रेलवे में इंजीनियर के पद पर पदस्थ थे और अब सरकार ने रेलवे में की गई उनकी सेवाओं को भी आईएएस सर्विस में जोड़ दिया है। जबकि पिथोड़े दो दिन अनुपस्थित रहे हैं, लेकिन इसे भी रेगुलर कर दिया है। इससे पिथोड़े को पुरानी पेंशन का लाभ मिलने लगेगा।
Tarun Kumar Pithode 2009 बैच के आईएएस हैं
आईएएस पिथोड़े ( Tarun Kumar Pithode ) के साथ खास बात यह भी है कि उन्होंने 2008 में रेलवे में इंजीनियर रहते हुए यूपीएससी की परीक्षा दी और उन्हें मप्र कैडर में 2009 बैच मिला। जबकि पिथोड़े ने इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 2003 के माध्यम से भारतीय रेल में नौकरी पाई थी और वे रेलवे में इंजीनियर के पद पर 7 सितंबर 2004 से 28 अगस्त 2009 तक पदस्थ रहे हैं। यानि इंजीनियर रहते हुए उन्हें मप्र आईएएस कैडर मिल गया। इस मामले में रेल मंत्रालय ने 25 अक्टूबर 2023 के द्वारा तरुण कुमार पिथोड़े की उक्त सेवा पुरानी पेंशन योजना अथवा रेलवे सेवा (पेंशन) नियम 1993 के तहत मान्य की गई है। यूपीएससी से पत्र मिलने के बाद मप्र सरकार ने 13 जुलाई 2023 के बिंदु क्रमांक 3, 4 एवं 6 में उल्लेखित पात्रता मानदंडों की पूर्ति मानते हुए अखिल भारतीय सेवा (मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति हितलाभ) नियम के तहत 29 एवं 30 अगस्त के दो दिन के व्यवधान अवधि को दोष मार्जित करते हुए भारतीय रेलवे की दिनांक 7 सितंबर 2004 से 28 अगस्त 2009 तक की पूर्व सेवा को वर्तमान भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ जोडक़र राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली एनपीएस का लाभ देने की मंजूरी दे दी है।
भोपाल सहित कई जिलों में रहे कलेक्टर
2009 बैच के आईएएस तरुण कुमार पिथोड़े भोपाल, राजगढ़ और सीहोर जिले में कलेक्टर रहे हैं। साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम तथा वेयर हाउसिंग कॉर्पाेरेशन के एमडी रहे हैं। वर्तमान में पिथोडेÞ भारत सरकार में डायरेक्टर पर्यावरण के पद पर पदस्थ हैं।