Tawa Roti Upay: रोटी बनाने से पहले तवे पर करें ये काम, घर में आएगी खुशियों की बाढ़, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

Tawa Roti Upay: तवे का उपयोग केवल रोटी बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि इसे कुछ ज्योतिषीय उपायों के लिए भी किया जा सकता है। यहां कुछ सरल उपाय दिए गए हैं जो तवे से जुड़े हैं और जिनसे किस्मत बदलने की उम्मीद की जा सकती है। तवे की पहली रोटी बनाने के बारे में कुछ विशेष ध्यान देने योग्य बातें हैं, जिन्हें अपनाने से न केवल धार्मिक मान्यता का पालन होता है, बल्कि घर में सकारात्मकता भी बनी रहती है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं:
1.छोटी रोटी बनाएं: तवे की पहली रोटी छोटी बनानी चाहिए। यह रोटी गाय या कुत्ते को दी जाती है, जो पुण्य का काम माना जाता है। इससे घर में नकारात्मकता खत्म होती है।
2.गाय या कुत्ते को रोटी देना: यदि संभव हो, तो बनी हुई रोटी को गाय या कुत्ते को खिलाएं। अगर ये जानवर न मिलें, तो रोटी को ऐसे स्थान पर रखें जहां कोई पक्षी उसे खा सके, जैसे कौआ। कौवे को रोटी खिलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
3.नमक का प्रयोग: तवे पर रोटी बनाने से पहले उस पर थोड़ा-सा नमक छिड़कें। इससे अशुभ प्रभाव समाप्त होते हैं। ध्यान रहे, केवल नमक ही छिड़कें, कोई अन्य मसाला जैसे हल्दी या मिर्च नहीं मिलाना चाहिए।
4.गर्म तवे पर पानी नहीं छिड़कें: गर्म तवे पर पानी छिड़कना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा करने से छन्न-छन्न की आवाज आती है, जो घर में परेशानियों को आमंत्रित कर सकती है।
5.तवे की सफाई: रोटी बनाकर तवे को तुरंत पानी से धोना नहीं चाहिए। उसे ठंडा होने दें और फिर कपड़े से साफ करें। यह भी एक महत्वपूर्ण मान्यता है।
इन बातों का ध्यान रखकर तवे की पहली रोटी बनाने से न केवल धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन होता है, बल्कि यह घर में सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है।
घर में तवा रखने का स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए निम्नलिखित बिंदुओं का ध्यान रखें:
1.साफ-सुथरी जगह: तवा हमेशा रसोई में साफ और व्यवस्थित स्थान पर रखा जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि तवे पर रखा गया खाना साफ-सुथरा और शुद्ध रहे।
2.दृष्टि से बचाना: तवा ऐसा स्थान पर नहीं होना चाहिए, जहां बाहर से आने वाले लोगों की नजर पड़े। यदि किसी बाहरी व्यक्ति की नजर तवे पर पड़ती है, तो इससे घर को नजर लगने का खतरा रहता है।
3.अन्य बर्तनों से दूरी: तवे को अन्य बर्तनों और खाद्य पदार्थों से थोड़ी दूरी पर रखना चाहिए, ताकि यह साफ-सुथरा और विशेष स्थान पर हो। इससे तवे की पवित्रता बनी रहती है।
4.पूर्व दिशा का महत्व: अगर संभव हो, तो तवे को पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करती है।
5.रसोई की व्यवस्था: रसोई में अन्य बर्तनों और उपकरणों के साथ तवे की व्यवस्था करते समय यह सुनिश्चित करें कि सभी चीजें सुव्यवस्थित और आसानी से सुलभ हों।
इन बातों का ध्यान रखकर तवे को सही स्थान पर रखने से न केवल आपकी रसोई की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यह घर में सकारात्मकता और शांति भी लाएगा।