राजनीतिक चंदे के नाम इंदौर में चला टैक्स चोरी का धंधा! – CA शुभम लड्डा के यहां इनकम टैक्स का छापा

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर एक बार फिर सुर्खियों में है। जिसकी वजह है टैक्स चोरी का एक हाई-प्रोफाइल मामला, जिसमें राजनीतिक चंदे का नाम सामने आया है। इनकम टैक्स विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने इंदौर में चार्टर्ड अकाउंटेंट शुभम लड्डा के ठिकानों पर छापा मारा है। उनके साथ एक टैक्स कंसल्टेंट के यहां भी जांच जारी है, हालांकि अभी उस कंसल्टेंट का नाम सामने नहीं आया है।
इनकम ट्रैक्स अब राजनीतिक चंदे की आड़ में चल रहे टैक्स रिफंड घोटाले का खुलासा करने में जुट गया है। आयकर विभाग अब ‘बिलों’ और ‘रसीदों’ की बारीकी से जांच कर रहा है

क्या है मामला?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ करदाता अपने इनकम टैक्स रिटर्न में फर्जी राजनीतिक चंदे को दिखाकर भारी टैक्स छूट और रिफंड हासिल कर रहे थे। पूछताछ और डिजिटल सबूतों से यह साफ हुआ कि इन रिटर्न्स को शुभम लड्डा और संबंधित टैक्स कंसल्टेंट ने ही फाइल किया था। आयकर विभाग ने यह भी पाया कि इन फर्जी रिटर्न्स में इस्तेमाल हुए आईपी एड्रेस भी इन्हीं प्रोफेशनल्स से जुड़े हैं।

टैक्स बचाने का ‘पॉलिटिकल’ तरीका
इनकम टैक्स अधिकारियों के मुताबिक, यह एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगती है, जिसमें करदाता और टैक्स प्रोफेशनल्स मिलकर फर्जी राजनीतिक चंदा दिखाकर टैक्स छूट लेने का खेल कर रहे थे। इसी बहाने लाखों रुपये का रिफंड लिया गया।  जो अब शक के घेरे में है। सूत्रों के अनुसार, इस जाल में और भी सीए और कंसल्टेंट फंस सकते हैं।

देवास में भी छापेमारी
केवल इंदौर ही नहीं, पास के शहर देवास में भी आयकर विभाग ने दबिश दी है। यहां कुछ ज्वेलर्स के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। खबरें हैं कि ये कार्रवाइयाँ फर्जी बिलिंग यानी बोगस बिलिंग से जुड़ी हुई हैं। हालांकि, इस बारे में अब तक विभाग की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

सीए लगातार आयकर विभाग के निशाने पर
यह पहला मौका नहीं है जब सीए आयकर विभाग की जांच के घेरे में आए हैं। हाल ही में एक अन्य मामले में करीब 17 करोड़ की GST चोरी में विष्णु गोयल और उनके बेटे रवि गोयल के साथ एक सीए को भी सह-आरोपी बनाया गया था। लेकिन सीए कितनी भी चालाकी दिखा दे टेक्स रिटर्न की ‘क्रिएटिव अकाउंटिंग’ अब विभाग की नजरों से नहीं बच सकती।