स्पीकर विवाद पर तेजस्वी यादव का पलटवार

तेजस्वी यादव : बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष ने मतदाता पुनरीक्षण पर जोरदार विरोध जताया। लंच के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह मुद्दा वोटरों से जुड़ा है, जो हमें चुनकर यहां भेजते हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि इस विषय पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया सही नहीं है और इसपर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई जानी चाहिए।

लोकतंत्र पर उठाए सवाल, तेजस्वी बोले

तेजस्वी यादव ने कहा कि वे विधानसभा अध्यक्ष से विनम्र अनुरोध करते हैं कि मतदाता सूची से नाम कटने जैसे गंभीर मुद्दे पर सदन में चर्चा करवाई जाए। उन्होंने कहा कि बिल तो आते रहेंगे, लेकिन अगर हमारे वोटरों का ही नाम सूची से हटा दिया जाएगा, तो लोकतंत्र का क्या मतलब रह जाएगा? यह सदन लोकतंत्र का मंदिर है। अगर यहां उस पर चर्चा नहीं होगी, तो इस मंदिर का भी कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने तेजस्वी की मांग पर दिया जवाब

विधानसभा अध्यक्ष ने तेजस्वी यादव की बात पर जवाब देते हुए कहा कि जब सुबह सदन की कार्यवाही शुरू हुई थी, तो विपक्ष के विधायकों को बोलने का मौका दिया गया था। लेकिन किसी ने नहीं सुना और वे हंगामा करने लगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस तरह का प्रदर्शन करना ठीक नहीं है। अगर किसी को कुछ कहना है, तो उसे शांतिपूर्ण और सही तरीके से कहना चाहिए। अपनी बात कहने का तरीका शांति से होना चाहिए।

सरकार पर तेजस्वी का आरोप

सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव ने SIR मुद्दे पर कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है, लेकिन यहां लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। तेजस्वी ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है। उन्होंने सवाल किया कि सरकार डर क्यों रही है?