जम्मू-कश्मीर के शांत और खूबसूरत पहलगाम में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई जब आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर अचानक गोलियों की बौछार कर दी। इस हमले में एक पर्यटक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। गोलीबारी की गूंज के साथ ही पहाड़ों की वादियों में चीख-पुकार गूंजने लगी।
सूत्रों के मुताबिक, एक महिला पर्यटक ने रोते हुए बताया कि उसके पति के सिर में गोली लगी है और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उसकी आवाज में डर और बेबसी साफ झलक रही थी — “कृपया हमें अस्पताल पहुंचाने में मदद करें!”
जैसे ही हमले की खबर फैली, सुरक्षाबल तुरंत एक्टिव मोड में आ गए। जवानों ने पहलगाम के बैसरन मैदानों में मोर्चा संभाल लिया है और आसपास के पहाड़ी इलाकों को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अमरनाथ यात्रा से पहले फैलाई दहशत
इस हमले की टाइमिंग बेहद अहम है 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा से ठीक पहले हुआ यह हमला इस ओर इशारा करता है कि आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में हैं। पर्यटकों को निशाना बनाना साफ दिखाता है कि उनका मकसद डर और दहशत फैलाकर यात्रा को बाधित करना है।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावरों की संख्या कितनी थी और वे किस दिशा से आए। पुलिस और सेना की टीमें इलाके को खंगाल रही हैं। पहलगाम की वादियों में एक बार फिर आतंक की परछाईं मंडराने लगी है।