जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। हमले की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश दौरे से ही तत्काल गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर हालात की जानकारी ली और निर्देश दिए कि वे स्वयं घटनास्थल की समीक्षा करें।
गृह मंत्री शाह ने किया उच्चस्तरीय मंथन
पीएम मोदी के निर्देश के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सीआरपीएफ और सेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान शाह ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
“हमले के गुनहगार नहीं बचेंगे” : अमित शाह
गृह मंत्री ने अपने बयान में कहा, “पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुआ हमला बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं। इस जघन्य घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को दे दी है और सभी संबंधित अधिकारियों से संपर्क में हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले को बताया ‘कायराना’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस आतंकी हमले को “कायरतापूर्ण और निंदनीय” बताया। उन्होंने कहा कि, “निर्दोष नागरिकों पर किया गया यह हमला अमानवीय है और इससे मुझे गहरा दुख हुआ है। पीड़ितों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।”
उमर अब्दुल्ला बोले: यह हाल के वर्षों का सबसे बड़ा हमला
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले को पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ा नागरिक हमला बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि, “स्थिति अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, इसलिए मृतकों की संख्या पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन यह हमला बेहद बड़ा और गंभीर है।”
उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख और गुस्सा जताते हुए कहा कि इस तरह का हमला घृणित और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा, “हमले के अपराधी किसी भी लिहाज़ से इंसान कहलाने लायक नहीं हैं। शब्द भी कम पड़ते हैं इस निंदनीय कार्य की आलोचना के लिए।”
राजनीतिक दलों की कड़ी प्रतिक्रिया
देश के तमाम राजनीतिक दलों ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “यह हमला मानवता पर एक धब्बा है। निर्दोष पर्यटकों पर निशाना साधना कायरता का परिचायक है।”
उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील करते हुए कहा कि इस तरह के हमलों को रोकने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए।
पूरे देश में आक्रोश और दुख की लहर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला न केवल वहां के पर्यटन उद्योग पर प्रहार है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। अब पूरा देश दोषियों को कड़ी सजा और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग कर रहा है।