थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों ने निभाई पर्यावरण की जिम्मेदारी, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में की भागीदारी

इंदौर के चाचा नेहरू अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए काम कर रही संस्था थैलेसीमिया एंड चाइल्ड वेलफेयर ग्रुप द्वारा इस वर्ष भी “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्था की अध्यक्ष डॉ. रजनी भंडारी के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसमें थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों ने पर्यावरण और मातृत्व को समर्पित इस पहल में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

हर बच्चे को मिला पौधा और उपहार

इस अवसर पर अस्पताल के वार्ड में भर्ती 25 थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों को संस्था की ओर से एक-एक पौधा और स्नैक्स का एक बॉक्स भेंट स्वरूप दिया गया। इन बच्चों से आग्रह किया गया कि वे अपने-अपने घर में अपनी मां के साथ मिलकर इस पौधे को लगाएं और उस क्षण की तस्वीर संस्था को भेजें। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरक कदम है, बल्कि मां-बच्चे के रिश्ते को भी नई भावनात्मक ऊँचाई देती है।

मुख्य अतिथि मर्चेंट नेवी ऑफिसर शशांक चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति

इस विशेष आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में मर्चेंट नेवी ऑफिसर शशांक चौधरी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया और संस्था के कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान चाचा नेहरू अस्पताल के गार्डन में दो थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों द्वारा दो पौधे रोपित करवाए गए, जिससे वातावरण को हरित बनाने का संदेश दिया गया।

नर्सों को भी मिला पौधा सम्मानस्वरूप

इस अवसर पर अस्पताल में कार्यरत चारों नर्सों को भी एक-एक पौधा देकर सम्मानित किया गया। यह कदम इस बात का प्रतीक था कि मातृत्व और सेवा का कोई एक रूप नहीं होता — चाहे वह मां हो या सेवा भाव से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी। सभी ने इस भावुक क्षण में सहभागिता की और संस्था के कार्यों की सराहना की।

ग्रीन थीम में दिखी महिला सदस्याओं की सहभागिता

कार्यक्रम में थैलेसीमिया ग्रुप की सक्रिय सदस्याएँ — पूर्णिमा रावत, फरीदा कौल, फ़िरदौस नाहिद, पुष्पा अग्रवाल, चंदा शर्मा, पद्म विजयवर्गीय और प्रेरणा शेंत्र — हरे रंग के परिधान में शामिल हुईं। हरा रंग इस अभियान की हरियाली थीम का प्रतीक था, जिससे वातावरण के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता का भाव प्रकट होता है।

संचालन और आभार

कार्यक्रम का संचालन स्वयं डॉ. रजनी भंडारी ने किया। उन्होंने उपस्थित अतिथियों, स्टाफ, बच्चों और परिजनों को इस पहल में भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। अंत में संस्था की ओर से पूर्णिमा रावत ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने और उन्हें प्रकृति से जोड़ने का माध्यम बना।

समापन संदेश

“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान न केवल हरियाली फैलाने की एक खूबसूरत कोशिश है, बल्कि यह बच्चों के माध्यम से मातृत्व, पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश भी देता है। थैलेसीमिया एंड चाइल्ड वेलफेयर ग्रुप की यह पहल समाज को जागरूक बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है।