फरार आरोपी थाने में बयान देकर अपने कागज़ जमा कर वापस लौट गया, पुलिस ने गिरफ्तार क्यों नही किया?

स्वतंत्र समय, सुसनेर

साल भर से पुलिस जिसे फरार मानकर तलाश करे मगर वो नही मिले उसको ही पुलिस नोटिस जारी करे और उसके पालन में फरार आरोपी थाने में आकर अपने बयान दर्ज कराए और कागजात भी जमा कराए, उन कागजों के आधार पर पुलिस 17 लोगो को आरोपी बनाकर कुछ को गिरफ्तार भी कर ले किंतु उस फरार आरोपी को गिरफ्तार नहीं करे तो आसानी से सोचा जा सकता है कि जिले में कानून का पालन कराने वालों की कार्यप्रणाली कैसी चल रही है। यह मामला नलखेड़ा के मूर्ति श्रीराम मंदिर धर्मशाला का है।
जिसकी शासकीय जमीन के कागजों में हेराफेरी करके आरामशीन संचालन की अनुमति लेकर उसका संचालन करने के मामले की शिकायत की जांच के बाद सुसनेर के तत्कालीन एसडीएम के रीडर की और से कुल 5 लोगो के विरूद्ध नलखेडा पुलिस थाने में दिनांक 25 नवम्बर 2022 को एफआईआर दर्ज कराई गए थी। इसमें आरिफ सलमान सहित कुल 5 लोग आरोपी बनाए गए थे किंतु पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया दिसंबर 2023 में नलखेड़ा कोर्ट ने जमीन की धोखाधडी के मामले में फरीयादी आरिफ और सलमान के द्वारा दर्ज कराए गए एक वाद के प्रकरण में सुनवाई के बाद कुल 17 लोगो पर एफआईआर के आदेश दिए थे।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद 4 दिसम्बर 2023 को धारा 160 और धारा 91 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत आरीफ मोहम्मद पिता मुबारिक हुसैन को एक सुचना पत्र देकर के थाने में अपने बयान देने और कागजात जमा करने के लिए 5 दिसम्बर 2023 को उपस्थित होने का नोटीस दिया था। इस नोटीस के पालन में सम्बंधित ने थाने में उपस्थित होकर पुलिस को कागजात दिये तथा अपने कथन दर्ज कराए जिसके बाद पुलिस ने 17 में से कुछ लोगो को गिरफ्तार भी किया। किन्तु जो मुजरिम सालभर से फरारा था वो थाने आकर बयान देकर चला गया फिर भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया।
इस मामले में पक्षकारो के द्वारा आईजी उज्जैन रेंज पुलिस को भी मई 2023 में शिकायत करते हुएं उचित कार्रवाई की मांग की थी। किन्तु उस पर भी आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सीएम हैल्पलाइन पर पुलिस फरारा बताते हुएं गिरफ्तारी के प्रयास करने की बात कह रही है। नलखेडा थाने में दर्ज एफआईआर क्रमांक 528 के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पक्षकारो के द्वारा सीएम हैल्पलाइन पर शिकायत की गई की आरोपियों के द्वारा समझोता करने का दबाव डाला जा रहा है और पुलिस उनकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है। आरोपीगण खुलेआम घुम रहे है।
इस पर पुलिस ने जवाब में लिखा की आरोपीयो की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। किन्तु पुलिस के प्रयास किस तरह के है की आरोपी थाने में आये बयान दर्ज कराए और चला भी जाए। फिर भी पुलिस उसे गिरफ्तार न कर पाए।