रसूखदार शिक्षिका के आगे प्रशासन नतमस्तक, आवास आवंटन में नियमो को दिखाया ठेंगा

स्वतंत्र समय, भिण्ड

भिण्ड जिले की एक रसूखदार शिक्षिका आगे प्रशासन बौना दिखाई दे रहा है। 13 दिसंबर 2022 से नियम विरुद्ध शासकीय आवास पर कब्जा किए हुए शिक्षिका वंदना दुवे पत्नी हरिओम भारद्वाज से आवास खाली कराने में प्रशासन को छींके आ रही हैं।
आपको बता दें कि उक्त शिक्षिका मेहगांव विकास खण्ड के ग्राम मल्लपुरा आयायन में पदस्थ है और अमायन क्षेत्र के ही ग्राम पतलोखरी की मूलनिवासी है, आश्चर्य की बात तो ये है कि शिक्षिका के मूलनिवास पतलोखरी से पदस्थापना मल्लपुरा गांव की महज दूरी लगभग पांच किमी है और मेहगांव से मल्लपुरा की दूरी लगभग 35 किमी। अब समझने वाली बात ये है कि आवास आवंटन किस आधार पर किया गया और क्यों? सूत्रों की मानें तो उक्त शिक्षिका ने संबंधित अधिकारी को मोटी रकम देकर या फिर किसी राजनैतिक दवाब के चलते सारे नियमों को ताक पर रखकर आवास का आवंटन कराया है, खैर जो भी हो उक्त आवास का आवंटन कैसे हुआ ये तो संबंधित अधिकारी ही बता सकते हैं।

13 दिसंबर 2022 को हुआ था आवंटन

जी हां, शिक्षिका वंदना दुवे ने प्रथम आवंटन 13 दिसंबर 2022 को आदेश क्र.864 के आदेशानुसार अनुविभागीय अधिकारी को मोटी रकम देकर या किसी राजनैतिक दवाब के चलते करवाया था।

पदस्थापना के 8 किमी की दूर आवंटित होता है आवास?

मप्र शासन के नियम अनुसार राज्य स्तरीय कर्मचारी को आवास आवंटित करने में नियम है कि उक्त व्यक्ति की पदस्थापना से सात से आठ किमी के दायरे में अगर कोई शासकीय आवास रिक्त है तो आवंटित कर दिया जाता है, परंतु शिक्षिका वंदना दुवे के पदस्थापना की दूरी लगभग 35 किमी है।

राज्य स्तरीय कर्मचारी को पंचायती आवास कैसे?

अगर मप्र शासन के दूसरे नियम की बात करें तो राज्य स्तरीय कर्मचारी को पंचायती आवास स्वीकृत करने का कोई प्रावधान ही नहीं है, फिर भी शिक्षिका वंदना दुवे को जनपद पंचायत के आवास क्र. एफए-07 ब्लॉक कॉलोनी मेहगांव में आवास कैसे आवंटित हुआ?

12 माह बाद आनन-फानन में आवंटन किया निरस्त

शिक्षिका वंदना दुवे को नियमों की अनदेखी करने वाले अनुविभागीय अधिकारी विकास सिंह को 12 माह बाद गलती का अहसास हुआ तो आनन-फानन में पांच दिसंबर 2023 को पत्र क्र.865 द्वारा योगेन्द्र भदौरिया उपयंत्री जनपद पंचायत मेहगांव को उक्त आवास आवंटन कर दिया गया था, लेकिन सर्वविदित है कि आवास खाली कराने के लिए प्रशासन को बलप्रयोग करना पड़ा था।

34 दिन बाद आवास शिक्षिका के नाम फिर आवंटित

आवास छिन जाने के बाद रसूखदार शिक्षिका ने ऐसा क्या किया जो मेहगांव अनुविभागीय अधिकारी विकास सिंह को योगेन्द्र भदौरिया के आवंटन का आदेश निरस्त कर आठ जनवरी 2024 को पुन: पूर्व 13 दिसंबर 2022 के आदेशानुसार वंदना दुवे को ही आवास आवंटन कर दिया।

इनका कहना है

शिक्षिका वंदना दुबे को तत्कालीन एसडीएम के आदेशानुसार आवास आवंटित किया गया था, आदेश में त्रुटियों के आधार पर कार्रवाई जारी है।
-विकास कुमार सिंह, एसडीएम मेहगांव
जनपद प्रांगण में जो आवासीय परिसर है, वह जनपद के अधिकारी कर्मचारियों के लिए है, आवासीय परिसर में जो आवास का आदेश हुआ है ऊपर से हुआ है।
-राजीव मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद मेहगांव