अंग्रेज चले गए पर कांग्रेस को छोड़ गए : CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने बुधवार को रेवाड़ी के कसेली और झांसी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान झांसी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रोड शो भी किया। यादव ने कहा कि देश की आजादी से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से उलटे ही काम किए हैं और आज भी उनके नेता इस परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं।

CM Mohan Yadav बोले कि कांग्रेस ने हमेशा धर्म का विरोध किया

मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने हरियाणा में कहा-कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से धर्म का विरोध किया। हम धर्म की बातें करते हैं तो कांग्रेसियों के पेट में दर्द होता है, वे अधर्मी हैं। अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस को छोड़ गए, ये आज भी नहीं सुधरे हैं। सबका साथ-सबका विकास, यह बोलने के लिए नहीं करके दिखाने के लिए है और भाजपा ने यह करके दिखाया है। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जिसमें एक गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बनता है, एक गरीब का बेटा मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री बनता है। हरियाणा की धरती हमेशा से वीरों की धरती रही है, आज भी यहां के वीर सीमा रेखा पर जाकर देश की रक्षा कर अपना धर्म निभा रहे हैं।

कांग्रेस को धर्म की बातें चुभती हैं

डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इनके नेताओं को हमारे धर्मों की बातें चुभती हैं। हम मंदिरों, देवी-देवताओं का जयकारा लगाते हैं तो इनको तकलीफें होती हैं। ये बोलते हैं कि भाजपा के लोग धर्म की बातें क्यों करते हैं? कांग्रेस ने हमेशा से सनातन धर्म का विरोध किया है, मंदिरों का विरोध किया है। कांग्रेस ने सोमनाथ के मंदिर का विरोध किया था इसका गवाह इतिहास भी है। कांग्रेस पार्टी 70 वर्षों तक अयोध्या के श्रीराम मंदिर निर्माण में रोढ़ा डालती रही। हिन्दू-मुसलमान को लड़ाकर राजनीति करती रही। अब तो देश की जनता ही इन्हें ठुकराने वाली है।

कांग्रेस ने शिक्षा नीति को देव विहीन किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने से लेकर कांग्रेस के शासनकाल में जब भी शिक्षा नीति में बदलाव हुआ तो इन्होंने हमारी शिक्षा नीति को देव विहीन किया। 1835 में लॉर्ड मैकाले ने जब शिक्षा नीति लागू की, तब उस शिक्षा नीति में से दुर्भाग्य से भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्रीराम के सारे अध्यायों को निकालकर शिक्षा नीति को देव विहीन कर दिया। इसके बाद जब अंग्रेज चले गए तो यही काम कांग्रेस ने किया। कांग्रेस ने भी शिक्षा नीति में बदलाव करके पहले ग से गणेश पढ़ाते थे तो उन्होंने ग से गधा पढ़ाना शुरू करवाया। उन्होंने कहा- पहले जब हमारे देश के दौरे पर अमेरिका के राष्ट्रपति आते थे तो भेंट के रूप में ताजमहल देते थे। आज मुझे खुशी है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पवित्र गीता का ज्ञान उन्हें भेंट करते हैं।