मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को इंदौर में 8 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि अब प्रदेश में जिला स्तर पर भी ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी, जिससे खाद्य और औषधि जांच प्रणाली को मजबूती मिलेगी और नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की सुनिश्चितता होगी।
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मधु वर्मा, और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
मिलावटखोरी पर सख्त कार्रवाई का ऐलान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्पष्ट कहा कि खाद्य और औषधि निर्माण या विक्रय में किसी भी स्तर पर मिलावटखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी, वहीं गुणवत्ता और ईमानदारी से कार्य करने वाले उद्योगों को प्रोत्साहन भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर की यह नई लैब प्रदेश में एक मॉडल टेस्टिंग सेंटर के रूप में काम करेगी और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को एक नई दिशा देगी।
नागरिकों को मिलेगी शुद्ध खाद्य सामग्री और प्रमाणिक औषधि
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नागरिकों को शुद्ध, सुरक्षित और मानक गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ और दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इन नई लैब्स के माध्यम से जांच प्रक्रिया अधिक सुलभ, पारदर्शी और प्रभावी बनेगी। यह कदम विशेष रूप से मालवांचल क्षेत्र में जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि साबित होगा।
इंदौर सहित अन्य शहरों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- इंदौर के एम.वाय. अस्पताल को आदर्श अस्पताल बनाने के लिए 787 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
- सांवेर नगर परिषद में 50 बिस्तरों वाला सिविल अस्पताल 5.5 करोड़ रुपये में तैयार किया गया है।
- कनाडिया और कम्पेल में क्रमशः 10 और 15 करोड़ रुपये की लागत से सिविल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बन रहे हैं।
- मांगलिया में 7 करोड़ की लागत से 50 बिस्तरीय आयुष औषधालय तैयार हुआ है।
- इन सभी परियोजनाओं से प्रदेश में आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
जल्द खुलेगी जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में भी नई लैब
- लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने बताया कि प्रदेश में फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब्स का नेटवर्क तेजी से बढ़ाया जा रहा है।
- भोपाल और इंदौर के बाद अब तीसरी लैब जबलपुर में तीन माह में स्थापित की जाएगी।
- ग्वालियर में चौथी लैब चार माह बाद प्रारंभ होगी।
- इसके बाद उज्जैन में पांचवीं लैब की आधारशिला रखी जाएगी।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खाद्य एवं औषधि प्रशासन को सशक्त और आधुनिक तकनीक से लैस बना रही है, ताकि नागरिकों को सुरक्षित, मानक और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सकें।
कार्यक्रम के प्रारंभ में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया, जबकि समापन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हसानी ने आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अंत में कहा कि यह पहल जनस्वास्थ्य की सुरक्षा और मिलावट मुक्त समाज की दिशा में प्रदेश सरकार का एक मजबूत कदम है। उन्होंने सभी नागरिकों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।