Adani Group on Allegation : भारत के प्रमुख कारोबारी और अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी पर अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रॉयटर्स और ब्लूमबर्ग जैसी प्रमुख समाचार एजेंसियों ने यह जानकारी दी कि गौतम अडानी और उनके समूह के सात अन्य सदस्यों पर आरोप है कि उन्होंने ग्रीन एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर (लगभग 2110 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी थी। अमेरिकी अभियोजकों के मुताबिक, यह रिश्वत भारतीय अधिकारियों को सौर ऊर्जा से जुड़े परियोजनाओं के लिए दिए गए थे। इस मामले में दोषी पाए जाने पर गौतम अडानी और उनके साथियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है। इस खबर के सार्वजनिक होते ही अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई और वे ताश के पत्तों की तरह गिर गए।
अडानी समूह का आरोपों पर जवाब
Adani Group Spokesperson says, “The allegations made by the US Department of Justice and the US Securities and Exchange Commission against directors of Adani Green are baseless and denied. As stated by the US Department of Justice itself, “the charges in the indictment are… pic.twitter.com/rSuxuHTFUo
— ANI (@ANI) November 21, 2024
गौतम अडानी और उनके समूह पर लगाए गए आरोपों को लेकर अडानी समूह ने अपना पक्ष रखा है। समूह के प्रवक्ता ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि अमेरिकी अधिकारियों द्वारा लगाए गए सभी आरोप बिलकुल निराधार हैं। उन्होंने इस बात का भी खंडन किया कि अडानी समूह ने किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी की है और कहा कि ये आरोप पूरी तरह से बेसलेस (groundless) हैं। प्रवक्ता ने कहा कि अडानी समूह ने हमेशा सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन किया है और भविष्य में भी करता रहेगा। उन्होंने अपने निवेशकों और शेयरधारकों को यह विश्वास दिलाया कि वे पूरी पारदर्शिता के साथ काम करते हैं और किसी भी गलत काम में लिप्त नहीं रहे हैं। समूह ने अपने सभी पक्षधारकों को आश्वस्त किया कि वे इस मामले में कानूनी रास्ते पर काम कर रहे हैं और सभी आरोपों का विरोध करेंगे।
अमेरिकी न्याय विभाग की टिप्पणी
अडानी समूह ने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है कि यह सिर्फ आरोप हैं, और जब तक इन आरोपों को साबित नहीं कर दिया जाता, तब तक सभी आरोपी निर्दोष माने जाएंगे। अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि जैसे अमेरिकी न्याय विभाग ने स्वयं कहा है, “अभियोग में लगाए गए आरोप फिलहाल आरोप हैं और जब तक ये आरोप साबित नहीं होते, तब तक अडानी और उनके समूह के लोग निर्दोष माने जाएंगे।” अडानी समूह ने यह भी स्पष्ट किया कि वे पूरी तरह से कानूनी मदद ले रहे हैं और इस मामले में जल्द ही उचित कदम उठाएंगे।
मामला क्या हैं ?
अडानी समूह के खिलाफ आरोप यह हैं कि गौतम अडानी और उनके साथियों ने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने का वादा किया था। आरोप है कि इस घूस को जुटाने के लिए अडानी समूह ने अमेरिकी और विदेशी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला और उन्हें धोखा दिया। बताया जाता है कि जिस सौर ऊर्जा परियोजना के लिए रिश्वत दी गई, उससे 20 साल में 2 बिलियन डॉलर (करीब 16,000 करोड़ रुपये) से ज्यादा का मुनाफा होने का अनुमान था।