स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने सोमवार को नई दिल्ली के रोहणी में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक ही परिवार के लोगों को मौका देने का जमाना गया। देश में अब किसान परिवार का बेटा मुख्यमंत्री और गरीब परिवार से आया बेटा प्रधानमंत्री बन सकता है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा-कांग्रेस या आप पार्टी के प्रत्याशी आएं तो पूछना कि हमारे धर्म से क्या परेशानी है। भगवान राम के मंदिर बनने में कांग्रेस ने अडंगे क्यों लगाए। सीएम यादव ने कहा-लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति ने केवल कागज की डिग्री लेने लायक बनाया। इससे हम जड़ों से कट रहे हैं। देश की आजादी के बाद शिक्षा नीति में सुधार हो सकता था, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया।
CM Mohan Yadav ने कहा क्या हार में क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत में
सीएम मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो नई शिक्षा नीति आई। मप्र में हमने सबसे पहले नई शिक्षा नीति के तहत अपने देवी देवताओं के प्रसंगों को पाठ्यक्रम में शामिल किया। जब हम भगवान राम कृष्ण के प्रसंग सुनाता हूं तो विरोधी दल कहते हैँ कि धर्म की बात क्यों करते हो? तो क्या हमें अधर्म की बात करनी चाहिए। उन्होंने स्व अटल बिहारी वाजपेयी की कविता, ‘क्या हार में क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत में’ यह कविता हो सकती है लेकिन इसको चरितार्थ करने के लिए है, बड़ा ह्रदय चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने ये करके दिखाया है।
गरीब का बेटा पीएम और सीएम बना
मोहन यादव ने कहा-मोदी जी ने पहला वोट साथर्क किया, दूसरे वोट में भगवान राम, बाबा महाकाल, बाबा विश्वनाथ मुस्करा रहे हैं। नई शिक्षा नीति लेकर आए हैं। यहां तक की द्वारका के भेट द्वारका स्थल पर दर्शन करने के लिए ब्रिज की व्यवस्था की आप अपने वाहन से वहां जा सकते हैं। उन्होंने कहा- एक ही परिवार के लोगों को मौका देने का जमाना गया। देश में अब किसान परिवार का बेटा मुख्यमंत्री और गरीब परिवार से आया बेटा प्रधानमंत्री बन सकता है तो अन्य सभी को अवसर मिल सकता है।