रामराव अतुलकर बैतूल
बिसनूर में रात्रि विश्राम कर प्रात ग्राम बिसनूर में चारिका की गई। 7 फरवरी मंगलवार ग्राम के सभी सम्प्रदाय के लोगों का उत्साह देखने लायक था। सभी महिला पुरूष और बच्चों ने चारिका में उत्साह के साथ भोजनदान कर संघदान में हिस्सा लिया।
धम्मदेसना में दूर दूर से आये उपासक उपसिकाओं ने बड़े ध्यान से पूज्य भिक्खुसंघ की धम्मवाणी को सुना। पूज्य भन्ते विनयरक्खिता के द्वारा युवाओं का कैडर के माध्यम से मार्गदर्शन किया गया।
तत्पश्चात धम्म देसना एवं संघदान किया गया। सोमवार शाम 6 बजे बिसनूर पहुंचने पर
सुपटिपन्नो भगवतो सामिचिपटि पन्नो भगवतो सावक संघो का उच्चारण करते हुए उपासक उपसिकाओं ने डॉ बाबासाहब अम्बेडकर प्रतिमा से भव्य रैली निकाली गई। ग्रामीणों ने भव्य स्वागत समारोह में भाग लिया। धम्मदेसना में बड़ी संख्या में दूर दूर के उपसिकाओं एवं उपासकों ने भाग लिया। पूजा वंदना संघ के द्वारा की गई। समस्त उपस्थित उपासक उपसिकाओं ने शील ग्रहण किया एवं संघदान किया। बिसनूर में चारिका भोजनदान एवं संघदान किया गया। पूज्य भदंत विनयरक्खिता महाथेरो के निर्देशानुसार उनके मार्गदर्शन में सभी कार्यक्रम आयोजित किये कार्यक्रम में आयुष्मान रमेश मालवीय, गणेश बामने, महादेव पाटील, दिनेश मालवीय ,पंजाब मालवे ,बुधराव मालवीय ,सुभम उबनारे ,मेघराज मालवीय, यादोराव मालवीय, गुलाब मालवीय, रतन नागले, भद्दू मालवीय, राजेश मालवीय, साहेब राव मालवीय, शेषराव मालवीय, किशन नागले भाउराव अंबोलकर,जितेंद्र मालवीय, सुधाकर मालवीय, राकेश मालवीय, नीरज मालवीय, विनोद मालवीय, सुनिल नागले, अमृतराव मालवीय, वासुदेव नागले , दिपक पाटील, सिद्धार्थ मासोदकर, विजय मालवीय, सागर मालवीय, हेमराज नागले, राजेश मालवीय, शेषराव मालवीय, कैलाश अंबेडकर, शुभम काशीराव चौकीकर, समिति की अध्यक्षा श्रीमती अनीता मालवीय व पूरी महिला मंडल की टीम आदि सामाजिक बंधुओं ने कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया। 28 जनवरी 18 को डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के स्थापना ग्राम बिसनुर में की गई थी आपको बता दें