IIM इंदौर के मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का पहला बैच इंदौर में शुरू, 80 प्रतिभागियों ने कराया रजिस्ट्रेशन 

आईआईएम इंदौर ने अपने नए मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एमएमएस) के पहले बैच का की शुरुआत की है, जो विशेष रूप से कामकाजी पेशेवरों के लिए तैयार किया गया है। बैच का उद्घाटन 17 अप्रैल, 2024 को आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय द्वारा किया गया। यह प्रोग्राम आधुनिक व्यावसायिक परिदृश्य की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार की गई कार्यकारी शिक्षा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। प्रो. सुबीन सुधीर, एसोसिएट डीन, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन; प्रो. निशित सिन्हा, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर – एमएमएस; और टाइम्स प्रो एंड लर्निंग के सीईओ श्री अनीश श्रीकृष्ण भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। पहले बैच में विभिन्न उद्योगों और शैक्षिक पृष्ठभूमियों का प्रतिनिधित्व करने वाले 80 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें 69% पुरुष और 31% महिला प्रतिभागी विभिन्न क्षेत्रों से अनुभव लाते हैं।

उद्घाटन के दौरान प्रो. हिमाँशु राय ने एमएमएस के दूरदर्शी सार पर जोर दिया। प्रो. राय ने कहा कि यह कार्यक्रम भविष्य के प्रबंधकों और लीडरों को बढ़ावा देने, उन्हें अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता से पूर्ण दुनिया में संगठनों को आगे बढाने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और नेतृत्व कौशल से लैस करने के लिए हमारे दृढ़ समर्पण का प्रतीक है। प्रो. राय ने कार्यक्रम द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा और सीखने के अवसरों के मिश्रण पर प्रकाश डाला, जो कार्यकारी शिक्षा के लिए एक नया मानक स्थापित करता है। उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षार्थियों द्वारा हासिल की गई दक्षताएं वैश्विक परिदृश्य की अनिश्चितताओं से निपटने में बेहद महत्वपूर्ण और अपरिहार्य साबित होंगी।”

प्रो. सुधीर ने एमएमएस के अनूठे पहलुओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम का डिज़ाइन और शिक्षण का तरीका अत्याधुनिक तकनीक और शैक्षणिक नवाचारों से युक्त है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारा पाठ्यक्रम वैश्विक व्यापार रुझानों और शैक्षिक उत्कृष्टता में सबसे आगे रहे।” प्रो. निशित सिन्हा ने पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता और प्रभाव की जानकारी के साथ नए बैच का स्वागत किया। “हमारा पाठ्यक्रम आज पेशेवरों के सामने आने वाली वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है। यह रणनीतिक सोच और नेतृत्व कौशल विकसित करने पर केंद्रित है जो हर व्यक्ति के करियर में आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण हैं”, प्रो. सिन्हा ने कहा।

श्री श्रीकृष्ण ने टिप्पणी की, “मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की शुरुआत भारत के भविष्य के कार्यबल को परिवर्तन को प्रभावी ढंग से संभालने और विकास और स्थिरता को अपनाने के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन की गई कई पहलों की शुरुआत का प्रतीक है। इस प्रगतिशील कार्यक्रम की पेशकश के लिए आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मैं इस प्रथम बैच के सभी विद्यार्थियों और कार्यक्रम में शामिल सम्मानित फैकल्टी को हार्दिक बधाई देता हूं।

पहली बैच में 80 पेशेवरों का एक विविध समूह शामिल है। इस बैच में अधिकांश इंजीनियर (64% प्रतिभागी) शामिल हैं। इसके बाद वित्त (10%), प्रबंधन (9%), विज्ञान (8%), कला (4%), आईटी (4%) और डिज़ाइन (1%) के प्रतिभागी हैं। बैच में 69% पुरुष और 31% महिलाएं हैं। इस बैच में पंद्रह राज्यों से प्रतिभागी शामिल हुए हैं। प्रतिभागियों के अनुभव के मामले में भी व्यापक रूप से भिन्नता है। 57% के पास 2 से 5 साल के बीच, 28% के पास 5 से 10 साल के बीच, 14% के पास 10 से 15 साल के बीच, और 1% के पास 15 साल से अधिक का पेशेवर अनुभव है।

एमएमएस में उन्नत इंटरएक्टिव लर्निंग (आईएल) प्लेटफॉर्म पर आयोजित 900 घंटे के गहन शिक्षण सत्र शामिल हैं जो ऑनलाइन और ऑफलाइन होंगे। प्रतिभागी अर्थशास्त्र, संचार, वित्त और लेखांकन और रणनीति जैसे आवश्यक व्यावसायिक विषय पढेंगे।
आईआईएम इंदौर में कार्यकारी शिक्षा का यह नया युग नेतृत्व और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कार्यक्रम न केवल कामकाजी पेशेवरों की तत्काल शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करता है बल्कि उन्हें भविष्य के लीडर बनने के लिए तैयार करता है जो अपने संबंधित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। आईआईएम इंदौर प्रासंगिक और प्रभावशाली शिक्षा प्रदान करने में मानक स्थापित करके उदाहरण के तौर पर अग्रणी बना हुआ है, जो कामकाजी अधिकारियों की करियर आकांक्षाओं और वैश्विक व्यापार मानकों के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है।