स्मार्ट सिटी का नया प्रतीक बनेगा हाईटेक नगर निगम मुख्यालय, देखता रह जाएंगा हर कोई

इंदौर में स्वच्छता में लगातार टॉप पर रहने वाली स्मार्ट सिटी इंदौर का प्रशासनिक क्षेत्र एक नई मिसाल पेश करने वाला है। नगर निगम का नया आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल मुख्यालय जल्द ही जमीन पर उतरने को तैयार है। लगभग ₹452.89 करोड़ की इस भव्य परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है और स्मार्ट सिटी की दिशा में यह एक नया ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।

बैठक में शामिल हुए आर्किटेक्ट्स
स्मार्ट सिटी कार्यालय में महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित हुई, जिसमें नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा सहित  निर्माण एजेंसी के आर्किटेक्ट्स शामिल हुए। जिन्होने यहां  सभी अपर आयुक्त और एसआईसी सदस्य और अन्य अधिकारियो के सामने नए मुख्यालय की योजनाओं और विशेषताओं को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया गया।

ऐसा बनेगा भवन निराली होंगी झलक
नगर निगम का नया भवन आधुनिकता और परंपरा का संगम होगा जिसकी संरचना: बेसमेंट + ग्राउंड फ्लोर और  8 मंज़िलें तैयार होगीं। जिसमें ऑडिटोरियम खंड ग्राउंड फ्लोर पर बनेगा। 500 सीटों वाला आधुनिक ऑडिटोरियम बनेगा। इसके साथ ही 3 मंज़िलें, कुल ऊँचाई 12 मीटर उंचाई की होगी। यहीं भवन की कुल ऊँचाई: 30 मीटर जिसमें 45 विभागों का वितरण 25 सौ कर्मचारियों की बैठक व्यवस्था होंगी। इसके साथ ही जन शिकायत केंद्र, संग्रहालय, प्रदर्शनी हॉल और सार्वजनिक कैफेटेरिया, दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्थाएं सहित महिला कर्मचारियों के लिए फीडिंग कक्ष, जिम और खेल क्षेत्र का निर्माण करेंगे।

स्मार्ट और ग्रीन बिल्डिंग की बनेगी पहचान
इस नए स्मार्ट भवन में ऊर्जा दक्षता के लिए रूफटॉप सौलर सिस्टम लगेगा इसके साथ ही। बिना एसी के पंखों द्वारा वातानुकूलन सिस्टम बने ऐसे प्रयास किए जाएंगे। हर फ्लोर पर सूर्य का प्रकाश आए जिससे न्यूनतम बिजली खपत के उपाय किए जाएंगे। इसके साथ ही वर्षा जल संग्रहण और मास्टर टैंक प्रणाली का प्रयोग नए निगम मुख्यालय में करके एक  नया संदेश दिया जाएंगा।

620 वाहनों की अत्याधुनिक होगी पार्किंग
बेसमेंट में ग्राउंड और मल्टीलेवल में 620 वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग तैयार कि जाएंगी। इसके साथ ही इमारत का रंग-रोगन विशेष तकनीक से, जो 20 वर्षों तक बिना री-पेंटिंग के टिकेगा की जाएंगी। डिज़ाइन में इंदौर की संस्कृति, स्वच्छता अभियान, खान-पान और विरासत की झलक मिलेगी महापौर भार्गव ने निर्देश दिए कि भवन न केवल कार्यकुशल हो बल्कि इंदौर की पहचान का प्रतिनिधि प्रतीक भी हो

ऐसी होगी विभागीय व्यवस्था
नए निगम मुख्यालय में ब्लॉक 1  में  प्रशासनिक और नीति निर्माण विभाग होगा। ब्लॉक 2 में सेवा और तकनीकी खंड होगा। इसके साथ ही निर्माण की समयसीमा और गुणवत्ता ऐसी होगी जिसके बारे में निर्माण एजेंसी ने भरोसा दिलाया कि इमारत की स्थायित्व 30 साल से अधिक होगा और निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री टिकाऊ, पर्यावरण हितैषी और अत्याधुनिक होगी। हर पहलू में ‘क्लीन-ग्रीन और डिजिटल’ बनाने प्रयास किए जा रहे है।

शहर के दिल की धड़कन बनेगा यह भवन
महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि “यह भवन न सिर्फ कार्यक्षमता का प्रतीक होगा, बल्कि इंदौर की आत्मा को दर्शाएगा। यहां आने वाले हर प्रतिनिधि को हमारे शहर की सांस्कृतिक और प्रशासनिक गरिमा का अनुभव होगा।”
नए निगम मुख्यालय की कल्पना ही इतनी सुंदर है तो भवन कितना सुंदर होगा। जो शहर की एक नई पहचान बनेगा।  खैर भवन तो बन ही जाएंगा लेकिन जिस तरह से हमारा शहर इंफ्रास्टचर में आगे बढ़ रहा है उसी तरह हमें अपने शहर को ईमानदारी से कार्य करने में भी अपनी पहचान बनानी चाहिए।