सूरज की किरणों से बिजली बनाने वालों की संख्या 14 हजार, जारी कैलेंडर वर्ष में सौर ऊर्जा से जुड़े चार हजार उपभोक्ता

इंदौर। पश्चिम मप्र में सौर ऊर्जा से बिजली तैयार करने वालों में रूचि देखने को मिल रही है। वर्ष 2024 के दौरान करीब चार हजार उपभोक्ता इस ओर जुड़े है। अब मालवा और निमाड़ में कुल 14 हजार स्थानों, परिसरों में सूरज की किरणों के माध्यम से बिजली तैयार की जा रही है। इसमें आठ हजार पांच सौ के करीब इंदौर मध्य शहर, सुपर कॉरिडोर, रिंगरोड, बायपास इत्यादि क्षेत्रों में हैं।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के प्रारंभ होने के उपरांत इंदौर के साथ ही उज्जैन, देवास, रतलाम जैसे बड़े शहरों में सौर ऊर्जा के प्रति रूझान में तेजी आई है। इसी कारण पिछले जनवरी से जून प्रथम सप्ताह तक करीब चार हजार उपभोक्ता इस और जुड़े है, इनके घर, परिसर, छतों पर पैनल्स लगी है, इनकी उत्पादित ऊर्जा की विधिवत बिलिंग भी प्रारंभ हो चुकी है। प्रबंध निदेशक  तोमर ने बताया कि निम्न दाब श्रेणी के करीब 13525 और उच्चदाब श्रेणी के 475 इस तरह कुल 14 हजार उपभोक्ता अपने परिसरों से पैनल्स के माध्यम से बिजली तैयार कर रहे है। श्री तोमर ने बताया कि तीन किलो वाट तक के संयंत्र पर 78 हजार रूपए की सब्सिडी भी केंद्र शासन की ओर से सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में प्राप्त हो रही है।

कहां कितने उपभोक्ता जुड़े

इंदौर नगर सीमा में कुल 8500 और इंदौर जिले में 9100 उपभोक्ता रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़कर लाभ ले रहे है। इसके बाद उज्जैन जिले में 1620 उपभोक्ता, तीसरे स्थान पर रतलाम जिले में 575, देवास जिले में करीब 500 उपभोक्ता सूरज की किरणों से बिजली तैयार कर रहे हैं।