संसद का शीतकालिन सत्र शुरू हो गया है। शीतकालिन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। विपक्ष द्वारा हंगामा मचा कर सत्र ना चलने देने के प्रयास पर इस सत्र में मोदी ने शीतकालिन सत्र की शुरूआत से ही प्रहार कर दिया है। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने संसद परिसद में देश को संबोधित करते हुए विपक्ष को खरी खोटी सुना दी । मोदी ने कहा कि जिन्हें जनता 80 बार नकार चुकी है वो संसद का काम रोकते हैं। दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संसद को कंट्रोल में करने की कोशिश की है। और वह हर सत्र में ही इस तरह का संसद का काम रोकने की ही तैयारी कर सकते है।
विश्व भारत को आशा भरी नजर से देख रहा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से सदन को कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। उन्होंने आगे ये भी कहा कि आज विश्व भारत की ओर आशा भरी नजर से देख रहा है। इसलिए हमें संसद के समय का उपयोग वैश्विक स्तर पर भी भारत के बढ़े हुए सम्मान बल प्रदान करने में करना चाहिए। वहीं विपक्ष ने एक बार फिर संसद में बवाल के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश कर दिया है। यहां कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने अडानी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश कर के सदन को हंगामें दार बनाने की शुरूआत कर दी है।