विश्व का इकलौता मंदिर, जहां श्मशान में विराजमान है 10 भुजाधारी भगवान गणेश

Ganesh Chaturthi Special : गणेशोत्सव का पर्व आने वाला है, इसी कड़ी में आज हम आपको भगवान गणेश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने वाले है, जिसके बारे में आपने पहले कभी ना सुना होगा और ना ही देखा होगा। मध्यप्रदेश के उज्जैन में भगवान गणेश का एक ऐसा मंदिर है, जहां गणेश जी एक अत्यंत चमत्कारी और दुर्लभ प्रतिमा विराजमान है। ऐसी दुर्लभ प्रतिमा अन्य किसी मंदिर में देखने को नहीं मिलती है।

दरअसल, हम बात कर रहे है उज्जैन के चक्रतीर्थ श्मशान घाट में स्थित दस भुजाधारी गणेश मंदिर की। ये मंदिर विश्व का एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान गणेश श्मशान में विराजमान है। इस प्राचीन मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में भी मिलता है। पौराणिक मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना मंगल ग्रह के द्वारा की गई थी। आमतौर पर सभी मंदिरों में गणेशजी की प्रतिमा के हाथों में लड्डू होते है, लेकिन इस मंदिर में गणेशजी की प्रतिमा के 10 हाथों में अलग-अलग शक्तियां है। इसके साथ ही भगवान गणेश अपनी गोद में पुत्री माता संतोषी को लेकर बैठे है और उन्हें आशीर्वाद प्रदान कर रहे है।

पौराणिक मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान गणेशजी के 5 बुधवार दर्शन और पूजन करने से भक्तो की मनोकामना पूर्ण होती है। मंदिर में हर बुधवार को पूजन अर्चन और अभिषेक के साथ विशेष आयोजन होते है। हर साल इस मंदिर में गणेशोत्सव भी बड़े धूमधान से मनाया जाता है। उज्जैन के चक्रतीर्थ श्मशान घाट में स्थित इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आते है और उल्टा स्वास्तिक बनाते है और जब मनोकामना पूरी हो जाती है तो सीधा स्वास्तिक बनाकर जाते है।

चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर सिद्धियां प्राप्त करने के लिए तांत्रिकों द्वारा कई अनुष्ठान किये जाते है। कहते है कि तांत्रिक श्मशान घाट पर सिद्धियों को प्राप्त करते है लेकिन तांत्रिक इस मंदिर में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना और दर्शन करने के बाद ही अपनी सिद्धियों को पूर्ण मानते है।