Jagdeep Dhankhar को हटाने राज्यसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्षी INDIA गुट, SP और TMC ने दिया समर्थन

Jagdeep Dhankhar : संसद के शीतकालीन सत्र में कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है, और विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि राज्यसभा के सभापति पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं। इस कारण अब विपक्षी दलों ने सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की है। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष के प्रमुख गठबंधन ‘इंडिया अलायंस’ ने सभापति के खिलाफ इस प्रस्ताव को लाने का फैसला किया है।

विपक्षी दलों का एकजुट कदम

विपक्षी दलों, जिनमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), आम आदमी पार्टी (आप), समाजवादी पार्टी (एसपी), और अन्य इंडिया गठबंधन की पार्टियाँ शामिल हैं, ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं। उनका कहना है कि सभापति ने राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान पक्षपाती व्यवहार किया है और संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के तहत अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।

सत्तारूढ़ गठबंधन का पलटवार

केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), ने विपक्षी कांग्रेस और अन्य दलों पर आरोप लगाया है कि वे विदेशी संगठनों की मदद से सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में एनडीए सांसदों ने हंगामा किया, जिसके कारण कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।

विपक्ष का आरोप: सभापति का पक्षपाती रवैया

कांग्रेस के राजीव शुक्ला और दिग्विजय सिंह ने सभापति पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए कि किस नियम के तहत सत्ता पक्ष के सदस्यों को बोलने की इजाजत दी जा रही है। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणियां और माइक खुले होने के बावजूद विरोधी सांसदों को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है।

राज्यसभा में हंगामा और सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया

जीरो कॉल के दौरान बीजेपी के लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर बयान देना शुरू किया, जिस पर कांग्रेस के जयराम रमेश ने आपत्ति जताई और कहा कि जब सभी नोटिस खारिज हो चुके हैं, तो इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने आपत्ति जताई और कहा कि विपक्षी सांसद संजय सिंह को इस तरह का हंगामा नहीं करना चाहिए।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष को आरोप लगाने की बजाय अपनी बात रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरोप लगाना उनके कार्य का हिस्सा नहीं है और वे हमेशा सदन की गरिमा बनाए रखने की कोशिश करते हैं।