मुल्ला – मौलवियों से ज्यादा विपक्षी भए उदास…संसद के दोनों सदनों में वक्फ बिल पास…

प्रखर-वाणी

मुल्ला – मौलवियों से ज्यादा विपक्षी हो गए उदास…संसद के दोनों सदनों में हुआ वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पास…एक बिल जिसने अनेक दिल तोड़ दिए…वर्षों से लाभ लेकर डकार भी न लेने वालों के ठीकरे फोड़ दिए…कइयों ने तो करोड़ों की सम्पत्ति हजारों में हथियाई थी…जमीन की जंग से नहीं ढंग से विरासत बड़ी पाई थी…गरीब मुसलमान तो दो जून की जुगत में पंचर ही पकाता रहा…उधर दान के नाम पर जबरन वक्फ सम्पत्ति का कब्जा जमाता रहा…

जिस पर दावा कर दिया वो सम्पत्ति उसकी हो गई…पुरातत्व सर्वेक्षण की लगभग 280 इमारतें पहचान खो गई…वो तो यदि विधेयक नहीं लाते तो संसद भवन भी वक्फ सम्पत्ति बनकर इतराता…नेताओं को बोलने की आजादी का माकूल मुकाम कहाँ मिल पाता…अब न कोई अधिकार होगा न कोई दादागिरी से सिफारिश होगी…महिलाएं भी ‘वक्फ-अल-औलाद’ के तहत जमीन की वारिस होगी…अब अतीत के आधिपत्य खत्म और न कोई किस्सा होगा…महिलाओं का भी अब आय में पर्याप्त हिस्सा होगा…अब हफ़ीज़ की हिफ़ाज़त से नहीं इल्म से ही इल्तिजा मर्ज होगी…

पूरे भारत की हर वक्फ सम्पत्ति ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज होगी…किसने जमीन दी , सम्पत्ति कहाँ से आई , कितनी आय होती है…ये भी पता चल जाएगा कि देखरेख करने वाले मुतवल्ली को कितनी तनख्वाह मिलती है…बिना दस्तावेज के या सर्वे बगैर वक्फ का कब्जा नहीं होगा न कोई ताकत तीन पांच करेगी…कोई भी विवाद हुआ तो सरकार या कलेक्टर उसकी जांच करेगी…वक्फ ट्रिब्यूनल के फैसलों को कोर्ट में चुनौती दी जा सकेगी…पहले जो फैसला ट्रिब्यूनल ही कर देता था अब उसपर न्यायालय की मोहर लगेगी…वक्फ बोर्ड के खातों का अंकेक्षण होगा नकेल कसी जा सकेगी…वक्फ की वित्तीय अनियमितताओं पर नजर रखी जा सकेगी…

इस बिल को मोदी सरकार के इस कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि मान सकते हैं…इससे मोदीजी की कार्यपद्धति को कोई भी जान सकते हैं…सबका साथ व सबका विकास ध्येय की तरफ बढ़ता कदम है…वाकई शाह और मोदी की जोड़ी में बहुत दम है…लोकसभा में भी देर रात को व राज्यसभा में भी रात को मतदान हुआ…दोनों सदनों में सरकार ने बहुमत का आंकड़ा छुआ…हर कदम नई सोच को साकार करता दिखाई दे रहा है…नए भारत का नया स्वरूप बस यही तो जी भरकर कह रहा है…