गरीबों का राशन दुकान पहुंचने के पहले बेचने की योजना हुई फेल | जानकारी देने के बाद भी अधिकारी रहे निष्क्रिय

रात के अंधेरे में एक ट्रक से दूसरे ट्रक में राशन की बोरिया लोड की जा रही थी

राजेश बबेले/बीना- खिमलासा में सहकारी समिति बसाहरी के द्वारा गरीबों को बटने आया खाद्यान्न गुरुवार को रात खिमलासा उपमंडी के सामने सरकारी राशन परिवहन करने वाले एक मिनी ट्रक क्रमांक एमपी 09एस एफ 9364से दूसरे मिनी ट्रक क्रमांक एमपी 09 जीएच 2661में लोडकर कर चोरी छिपे उसे बेचने का प्रयास किया जा रहा था। मिनी ट्रेको पर परिवहनकर्ता का नाम प्रदीप दुबे अंकित था।जिसे स्थानीय पत्रकारों के ने पकड़ लिया और गरीबों का राशन बाजार में बिकने से बच गया।

हालाकि इस मामले में अधिकारीयो की पूरी तरह से निष्क्रियता रही।जब पत्रकारों ने राशन का परिवहन करने वाले दो ट्रैको को एक दूसरे से सटे देखा तो पता चला दुकान पहुंचने के पहले खिमलासा उपमंडी के पास रात के अधेरे में एक ट्रक से दूसरे ट्रक में राशन की बोरिया लोड की जा रही थी।इसकी जानकारी तत्काल एडीएम खुरई ,खाद्य अधिकारी और खिमलासा पुलिस को दी गई।जिला कलेक्टर को भी जानकारी देने फोन लगाया लेकिन उनका नंबर आउट ऑफ कवरेज आता रहा।जानकारी के बाद किसी भी अधिकारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

स्थल पर किसी कर्मचारी को मामले की जांच को नही भेजा गया।करीब एक घंटे तक पत्रकारों ने अधिकारियों के आने की प्रतीक्षा की मगर तब तक ना पुलिस आई ना ही अधिकारी।इस बीच परिवहन करने वाले स्टाप ने ज्यों का त्यों मॉल ट्रक में लोड कर लिया और ट्रक ड्राइवर जबरिया स्टार्ट करके चले गए। एसडीएम के आदेश पुलिस के जवान तो आए मगर जब तक दोनो ट्रक जा चुके थे। इससे सहज ही अंदाजा लग जाता हैं कि या तो अधिकारी गंभीर नहीं हैं या उनकी मौन सहमति से ही गरीबों का राशन हेर फेर कर बाजार में कालाबाजारी कर बेचा जा रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यह कालाबाजारी परिवहन करने वाले ठेकेदार के मुनीम,फुड इंस्पेक्टर और कोटेदारों की मिली भगत से किया जा रहा है।
पिछले दिनों भी ऐसा मामला आया था सामने – पिछले दिनों 14 फरवरी को ही गरीबों का राशन परिवहन करने बाला एक मिनी ट्रक जो खुरई गोदाम से लोड होकर आया था और खिमलासा के एक गल्ला व्यापारी की शटर में अनलोड हो रहा था तब भाजपा के कुछ युवा नेताओं ने पकड़ लिया था हालाकि कालाबाजारी करने वाले की युवा नेताओं से साठ गांठ हो जाने से मामला रफा दफा हो गया था।
स्थनीय जागरूक लोगो ने बताया कि गरीबों को मिलने वाला राशन चोरी छिपे समंधित अधिकारियों की मिली भगत से बेचा जा रहा है।

डकार रहे गरीबों का राशन,अधिकारी मौन –

शासन द्वारा गरीबों को मुफ्त में अनाज दिया जाता है, लेकिन राशन दुकान संचालकों की नीयत गरीबों के इस अनाज पर भी आ जाती है। कभी वे कई महीनों तक राशन वितरित नहीं करते और अधिकारियों से साठ गांठ कर चोरी छिपे राशन बेचने का प्रयास करते हैं। ऐसा ही मामला खिमलासा में सामने आया। जहां समिति के द्वारा गरीबों को बटने आया खाद्यान्न चोरी छिपे दूसरे ट्रक में लोडकर उसे बेचने का प्रयास किया जा रहा था जिसे स्थानीय पत्रकारों ने नाकाम कर दिया।अब देखना यह है कि अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेते है या निष्क्रियता का परिचय देकर कालाबाजारी करने वाले लोगों का हौसला अफजाई करेगे।