Operation honeymoon– में पुलिस जब सोनम की तलाश में आरोपी आकाश राजपुत के गांव पहुंची थी तो पुलिस ने आकाश घर की तलाशी की। पुलिस की तलाशी इतनी जबरदस्त थी कि पुलिस ने यहां कि एक टापरी में भरे भूसे में भी सोनम की तलाश की। लेकिन जहां पुलिस उसे चारों तरफ खोज रही थी वहीं यहां एक बात पुलिस ने शायद मिस कर दी थी कि पुलिस राज के पुश्तैनी गांव में सर्चिग टीम नहीं भेजी थी। यहां हम आपको बता देंकि सोनम गाजीपुर कैसे पहुंची तो एक बात स्पष्ट हो जाती है कि राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल राज कुशवाहा का परिवार मूलरूप से फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाने के रामपुर गांव का रहने वाला है।
शायद इसलिए ही सोनम गाजीपुर से मिली। इसका अर्थ यह भी है कि सोनम राज के गांव में थी या यहां आसपास के गांव में सोनम के रहने की व्यवस्था राज कुशवाह ने ही की थी। इससे पुलिस के इस बयान की भी पुष्टी होती है कि पुलिस ने कहा था कि देर शाम पुलिस ने जब चार आरोपियों को उठाया तो सोनम खुद गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंच कर सरेंडर हो गई। याने सोनम का सरेंडर तब हुआ जब पुलिस राज तक पहुंच गई। सोनम को इस बात की भनक लग गई थी कि राज की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस उससे पुछताछ करके गाजीपुर अर्थात राज कुशवाह के घर तक पहुंच ही जाएंग। इसी के चलते सोनम गाजीपुर के एक ढ़ाबे पर पहुंच गई। इसके बाद भाई को फोन करके खुद को सरेंडर कर दिया। फिलहाल पुलिस ने सोनम के राज कुशवाह के पुश्तैनी गांव में रहने की पुष्टी नहीं की है लेकिन पुलिस ने आरोपियो का 7 दिन का रिमांड मांगा है। जिसमें सोनम कहां- कहां रही? तो इसमें राज के गांव के लोगों से भी कई चौंकाने वाले मामले सामने आ सकते है।
राज के चाचा ने उठाया प्रेम प्रसंग पर सवाल
इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल राज कुशवाहा के चाचा भूपेंद्र ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। राज की नौकरी से ही परिवार का भरण पोषण होता है। सोनम के पिता की फैक्टरी में राज नौकरी करता है। इन हालातों में सोनम और राज के बीच प्रेम प्रसंग कैसे हो सकता है? राज को सोनम किसी हालत में पसंद नहीं कर सकती। उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी वजह से उसे फंसाया गया है। वहीं, राज की दादी रामलली का कहना है कि उसका पौत्र निर्दोष है। वह ऐसा नहीं कर सकता है। उसे फंसाया गया है। स्थानीय पुलिस भी गांव में राज के बारे में पूछताछ करने पहुंची थी।