देवउठनी ग्यारस पर राठौर समाज के भव्य सामूहिक विवाह और अन्नकूट महोत्सव की धूम

इंदौर में देवउठनी ग्यारस के शुभ अवसर पर अंतिम चौराहा स्थित राठौर मांगलिक भवन पर श्री पद्मवंशीय मारवाड़ी राठौर समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह एवं अन्नकूट महोत्सव पूरे उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। यहां भजन, मंगल ध्वनियों और पारंपरिक वेशभूषा में सजे समाजबंधुओं की चहल-पहल बनी रही।

परंपरा का है प्रतीक आयोजन
समाज के संरक्षक ट्रस्टी राजकुमार राठौर ने बताया कि यह आयोजन समाज की एकता, सहयोग और परंपरा का प्रतीक है। अध्यक्ष  टीकमचंदजी राठौर के अनुसार, तुलसी माता के साक्षी में 6 जोड़ों ने वैवाहिक जीवन की नई यात्रा का शुभारंभ किया। मंगल गीतों और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच सभी वर-वधू ने सात फेरे लेकर एक-दूसरे का हाथ थामा।

घर बसाने की साम्रगी की भेंट
समाज के उपाध्यक्ष  घनश्यामजी बाथरा ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को लकड़ी का पलंग, गद्दी, कंबल, बेडशीट, पिलो कवर, चांदी का मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, अंगूठियां, स्टील के बर्तन, ड्रेसिंग टेबल और बाथरूम सेट भेंट किए गए । यह किसी भी नवजोड़े का घर बसाने की आधारभूत सामग्री है।  जिससे उनका नया जीवन सुखद और समृद्ध हो सके।

विशाल चल समारोह निकला
संगठन मंत्री हरिकिरण बालोदिया ने जानकारी दी कि कार्यक्रम का आगाज विशाल चल समारोह के साथ हुआ जिसमें हजारों महिला-पुरुष शामिल हुए, चल  समारोह जो कैलाश मार्ग, धानमंडी, तेलीबखाल, तेजाजी मंदिर होते हुए मांगलिक भवन पहुंचा। पूरे मार्ग में जयकारों और पुष्पवर्षा से माहौल भक्तिमय हो उठा। कार्यालय मंत्री पवन पंचोली ने बताया कि समारोह में समाज की सभी इकाइयों व विशिष्ट समाजबंधुओं का सम्मान किया गया। इसके पश्चात हजारों श्रद्धालुओं ने प्रेमपूर्वक अन्नकूट महाप्रसादी ग्रहण की।

अतिथियों का आभार व्यक्त किया
कार्यक्रम के अंत में ट्रस्टी लक्ष्मीनारायण, महेश, मोहनलाल, संतोष सहित पूरी टीम ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। आयोजन की सफलता में राकेश, रितेश, जगदीश, गोपाल, भोलाजी और कार्यकारिणी की पूरी टीम का विशेष योगदान रहा। मंदिर की घंटियों और बैंड की धुनों के बीच संपन्न यह आयोजन न केवल वैवाहिक बंधनों का साक्षी बना, बल्कि समाज की एकता, परंपरा और सेवा भावना का उज्जवल प्रतीक भी रहा।