देश के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर बुधवार शाम एक चौंकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिला, जब सिर्फ 6 मिनट में सोने की कीमतों में करीब 6% यानी 7,700 रुपये की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह इस साल अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट जियो-पॉलिटिकल तनाव में कमी, फेस्टिव डिमांड की सुस्ती और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के चलते आई है।
एक दिन पहले जहां सोना 1,28,271 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था, वहीं बुधवार को यह 1,20,575 रुपये तक फिसल गया। शाम 5:40 बजे तक सोने का भाव 1,21,198 रुपये पर कारोबार करता दिखा। यह कीमत लाइफटाइम हाई 1,32,294 रुपये से करीब 12,000 रुपये कम है, जो लगभग 9% की गिरावट को दर्शाता है।
क्या सोना और भी सस्ता होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि अभी गिरावट का सिलसिला थमा नहीं है। IIFL Securities के वेल्थ मैनेजमेंट डायरेक्टर अनुज गुप्ता का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। उनके मुताबिक, भारत-अमेरिका और अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ तनाव में कमी आ रही है, जिससे गोल्ड की सेफ हेवन डिमांड घट रही है। यह ट्रेंड बरकरार रहा तो आने वाले हफ्तों में सोना 1.10 लाख से 1.15 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में आ सकता है।
चांदी की चमक भी हुई फीकी!
केवल सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को वायदा बाजार में चांदी की कीमत 6,508 रुपये लुढ़ककर 1,43,819 रुपये प्रति किलोग्राम तक आ गई। जबकि यह एक दिन पहले 1,50,327 रुपये पर बंद हुई थी।
शाम 5 बजे चांदी 1,48,000 रुपये पर ओपन हुई थी, लेकिन कारोबार के दौरान इसमें गिरावट बढ़ती गई। गौर करने वाली बात यह है कि चांदी अपने लाइफटाइम हाई 1,70,415 रुपये प्रति किलोग्राम से अब तक 26,596 रुपये टूट चुकी है, यानी लगभग 16% की गिरावट।
निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
फिलहाल बाजार में उतार-चढ़ाव तेज़ है और निवेशकों के लिए सतर्क रहना जरूरी है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सोने-चांदी में निवेश करने से पहले बाजार की चाल को समझना जरूरी है। यदि गिरावट का यह रुख बरकरार रहा, तो आने वाले दिनों में खरीद का बेहतर मौका मिल सकता है। लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों को जल्दबाजी से बचना चाहिए और धीरे-धीरे पॉजिशन बनानी चाहिए।