मां_अहिल्याबाई की नगर पावन नगरी इंदौर पवित्र और पूज्यनीय रही हैं। यहां के बाशिंदे दक्षिण दिशा के ॐकारेश्वर तीर्थ तट को पावन करती देवी मां नर्मदा नदी का जल पीते हैं और सिंहस्थ कुंभ में महाकाल बाबा की उज्जैनी शिप्रा के जल में डुबकी लगाते हैं।
सुश्री लता मंगेशकर, श्रीमति सुमित्रा महाजन, गायिका पलक मुछाल, और इंदौर को स्वच्छता में नंबर का खिताब दिलाने वाली श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, एवं तमाम प्रबुद्धजन नारी शक्ति जो पूरे विश्व में एवं फिल्मी दुनिया में भी आज देश में इंदौर का नाम रोशन कर रही हैं।
ये सब इंदौर की पावन माटी का प्रताप हैं। जो उनके रग रग में इंदौर का निस्वार्थ तन मन बसा हैं प्रयाग राज महाकुंभ में माला बेचने वाली इंदौर महेश्वर की सोलह वर्षीय (16 साल ) की एक खूब सूरत नीली आंखों वाली बालिका मोनालिसा आज वायरल है। इंस्टाग्राम,यू ट्यूब,फेसबुक सोशल मीडिया पर अर्ध नग्न रील वीडियो बनाने वालों के लिए एक सबक हैं की सुंदरता नग्नता में नहीं हैं कुदरती सौंदर्य में हैं।
भगवान शिव शंकर कब किस पर मेहरबान हो जाए और जमीन से आसमान पर बैठा दे पता नहीं। इंदौर संभाग के खरगोन जिले के नर्मदा मैया के तट पर बसे महारानी मां अहिल्या की राजधानी महेश्वर के घाटों पर गुजर बसर करने वाली मोनालिसा आर्थिक रूप से काफी कमजोर रही हैं,और जन जाति परिवार से ताल्लुक रखती हैं। और दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटी हैं।
मां काम पर जाती थी और भाई की पढ़ाई के लिए स्कूली पढ़ाई छोड़ दी और घर का जिम्मा अपने हाथों में लेकर भाई को पढ़ाया।
मोनालिसा एक बार पूर्व में भी महेश्वर के मेले में शामिल होकर चर्चित हो चुकी हैं। और पूरे कुंभ मेले से आ रही खबरों में इस लड़की की सादगी और सुंदरता की चर्चा हो रहीं हैं। और साधारण सी बालिका मोनालिसा गर्व से हर बार अपनी नगरी इंदौर का जिक्र फक्र और आत्मविश्वास से करती हैं।
उसकी सुंदर आंखों से इंदौर का अपनापन साफ झलकता हैं।
और हमें भी अपने इंदौरी होने का गर्व महसूस होता हैं।
अपने माता पिता के आदर्श और सनातन धर्म पर चलने वाली कुंभ में आए सभी को अपना भाई मानती हैं। परिवार एवं बिरादरी के 50 सदस्यों की टीम देश भर के सभी बड़े धार्मिक स्थानों के महाकुंभ,महाशिवरात्रि के पर्वों पर जाकर माला कंठी बेचती हैं।
वहीं मोनालिसा सोनाक्षी सिन्हा को पसंद करती हैं वह झलक उसमें भी दिखती हैं। और हीरों के रूप में सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाई जान के कारण पसंद करती हैं।
वाकई यह बात सत्य है कि सादगी ही ख़ूबसूरती है। ख़ूबसूरती किसी महंगे परिधान की मोहताज़ नहीं होती है, ख़ूबसूरती तो बस सादगी में है। यदि इंसान के अंदर ईश्वर का दिया सच्चा मन विभूषित हैं और उसमें पैसे और रुतबे की अकड़ और घमंड ना हो तो वह उसे दुनिया में सब कुछ पुण्य प्रताप दिला सकती हैं।
ये पुण्य प्रताप इंदौर की पावन माटी में हैं। और यहां का हर सौंदर्य मन निश्चित ही चर्चित होता हैं अपने पुण्य प्रताप से..
निश्चल मन से किए कर्म आज एक छोटी सी जन जाति की सुकन्या जो ईश्वर प्राप्ति के मार्ग हेतु रुद्राक्ष , स्फटिक,या हर नग नगीने की माला बेच रही हैं,और अपना और परिवार की जीविका के लिए पावन नगरी प्रयाग राज में दिन रात मेहनत भी कर रही हैं।
उसका ये ईश्वरीय कर्म किसी ना किसी रूप में उसे प्रसिद्धि की ऊंचाई प्रदान कर रहा हैं। क्यों ना हो इंदौर की पावन भूमि और माटी का प्रताप ही ऐसा हैं। यदि आपके किए कर्म सही हैं तो ईश्वर आपको यूं ही सुंदर बना देता हैं और प्रसिद्धि और पैसा तो यूं ही आपके मार्ग के साथ साथ चलेगा। आज देश भर के सभी सोशल मीडिया पर मोनालिसा के वीडियो से भरे पड़े हैं।
मुझे तो इंदौर होने पर गर्व हैं क्या आपको है कि नहीं बोलो जय श्री राधे कृष्ण
🙏🏼 नाना नागर कोरा कागज की कलम से ✍️