स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में ग्वालियर को एक उपलब्धि मिलने जा रही है। यहां देश का तीसरा और मध्य प्रदेश का पहला क्षेत्रीय कोल्ड चेन रिसोर्स प्रशिक्षण सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह केंद्र नवंबर माह से शुरू होने की संभावना है। इसका संचालन और निगरानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन करेगा।
यूनिसेफ ने दिया फंड
इस प्रशिक्षण केन्द्र के लिए यूनिसेफ के सहयोग से राज्य सरकार को 60 लाख रुपये का फंड दिया गया है। प्रशिक्षण केंद्र में दिल्ली स्थित नेशनल कोल्ड चेन एंड वैक्सीन मैनेजमेंट रिसर्च सेंटर (एनसीसीवीएमआरसी) और पुणे के नेशनल कोल्ड चेन रिसोर्स सेंटर (एनसीसीआरसी) से विशेषज्ञ प्रशिक्षण देने आएंगे।
माडल ट्रेनिंग हब के रूप में करेगा काम
ये विशेषज्ञ खासतौर से टेक्नीशियन, मेडिकल आफिसर और एएनएम को प्रशिक्षण देंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ग्वालियर को यह केंद्र मिलने के पीछे यहां की मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्थाएं, भौगोलिक स्थिति प्रमुख कारण हैं। यह केंद्र पूरे मध्य भारत के लिए एक माडल ट्रेनिंग हब के रूप में कार्य करेगा।
देश में अब तक सिर्फ दो शहरों में है केंद्र
देशभर में अभी तक दिल्ली और पुणे में ही इस प्रकार के कोल्ड चेन प्रशिक्षण केंद्र हैं। इसके बाद अब मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में यह तीसरा केन्द्र बन रहा है। जो प्रदेश के लिए गौरव की बात है इसके साथ ही यह अन्य पड़ोसी राज्यों के लिए भी लाभदायक होगा।
टीकाकरण को मिलेगी नई रफ्तार
क्षेत्रीय वैक्सीन भंडार के प्रभारी अभय कुलश्रेष्ठ ने बताया कि यह प्रशिक्षण केंद्र टीकाकरण कार्यक्रम के तहत आने वाले कोल्ड चेन सिस्टम को मजबूत बनाएगा। इससे टीकों की गुणवत्ता, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन बेहतर होगा, जिससे रोग प्रतिरोधक अभियान को नई गति मिलेगी।
इस प्रशिक्षण केन्द्र में यह रहेगा खास
इस केंद्र की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। यह पहल कोल्ड चेन सिस्टम को प्रोफेशनल तरीके से मजबूत करेगी। इसमें खासतौर पर टेक्नीशियन को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिससे कोल्ड चेन उपकरणों की मरम्मत और संचालन की ट्रेनिंग के साथ ही नई तकनीकों की जानकारी और उपयोग का अभ्यास करेगे। इसके साथ ही वैक्सीन के सुरक्षित भंडारण और सप्लाई चेन प्रबंधन की शिक्षा दी जाएगी। यहां टेक्नीशियनों को एडवांस ट्रेनिंग, मेडिकल स्टाफ को बेसिक ट्रेनिंग मिलेगी।