भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक कौशल का एक नया परिचय बना ऑपरेशन सिंदूर। पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर करारा वार करते हुए आतंक के कई अड्डों को ध्वस्त कर दिया। सेना और वायुसेना के संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खूंखार संगठनों के अड्डे माटी में मिल गए। इस जबरदस्त कार्रवाई के बाद, गुरूवार को संसद भवन में केंद्र सरकार ने एक अहम सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें देश की प्रमुख राजनीतिक हस्तियां मौजूद रहीं।
सभी दलों के नेता हुए शामिल
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, ओवैसी, नवीन पटनायक, संजय सिंह सहित सभी दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी ने सैटेलाइट इमेज और वीडियो फुटेज के ज़रिए ऑपरेशन की बारीकियां साझा कीं। बताया गया कि कैसे नौ बड़े आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से नेस्तनाबूद किया गया। वो ठिकाने जो हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकियों के सुरक्षित गढ़ माने जाते थे।
राहुल गांधी ने किया सरकार का समर्थन
बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साफ कहा, “हमने सरकार को पूरा समर्थन दिया है। इस वक्त राजनीतिक मतभेदों को किनारे रख, देश के साथ खड़े रहना जरूरी है।” वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “कुछ चीजें गोपनीय हैं, जिन पर चर्चा नहीं हो सकती, लेकिन सभी दल एक सुर में साथ हैं।”
ओवैसी बोले- ग्रे-लिस्ट में करे पाकिस्तान को शामिल
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने सुझाव दिया कि पाकिस्तान स्थित TRF जैसे संगठनों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जाए, साथ ही FATF में पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश की जाए। यहीं बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने भारतीय सेनाओं की कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा, “मैं इस बहादुरी को दिल से सलाम करता हूं।” आप नेता संजय सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को एक ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वह लंबे समय तक भूल नहीं पाएगा।” एक ओर जहां देशभर में इस कार्रवाई की तारीफ हो रही है, वहीं संसद भवन में हुई सर्वदलीय बैठक ने दिखा दिया कि जब बात राष्ट्र की सुरक्षा की हो, तो पूरा हिंदुस्तान एक साथ खड़ा होता है।