MP के इंदौर में एक ऐसा मंदिर, जहां संतान की चाह में महिलाएं माता यशोदा की गोद भराई करती है

मध्यप्रदेश के इंदौर में एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जहां महिलाएं संतान प्राप्ति की मनोकामना लेकर माता यशोदा की गोद भराई करने आती है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी और उसके दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में महिलाए यहां गोद भराई के लिए आती है। इंदौर का ये प्राचीन मंदिर लगभग 200 साल से भी ज्यादा पुराना माना जाता है। माता यशोदा का ये प्राचीन मंदिर राजवाड़ा के पीछे खजुरी बाजार में है।

इस मंदिर में माता यशोदा की प्रतिमा की गोद में कृष्णजी विराजमान है। उनके साथ ही नंद बाबा और दाई मां की प्रतिमा भी विराजमान भी है। दूसरी तरफ भगवान श्री कृष्ण अपनी चींटी उंगली में गोवर्धन पर्वत लेकर खड़े है। उनके साथ राधा और रुक्मिणी विराजमान है। साथ ही दो ग्वाल बाल और उनके साथ गाय है, जो अपने बछड़े को दूध पिला रही है।

मंदिर की पौराणिक मान्यता है कि यहां माता यशोदा की गोद भराई करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी हो जाती है। हर गुरूवार को मंदिर मे गोद भराई होती है। इसके अलावा जिनकी शादी नहीं होती है, वो भी यहां आकर भगवान कृष्ण को जायफल की माला पहनाते हैं। ताकि उनकी शादी की मनोकामना पूरी हो जाए। भक्त विवाह की मनोकामना करते हुए गुरूवार को भगवान श्रीकृष्ण को 11 जायफल की माला पहनाते है।