लंदन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की सुरक्षा में भारी चूक, हुआ अटैक

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर लंदन में हमले की कोशिश की गई। एक खालिस्तानी समर्थक सुरक्षा में सेंध लगाते हुए उनकी कार की तरफ बढ़ा और पुलिस के सामने भारतीय तिरंगा फाड़ने की कोशिश की। इस दौरान कुछ अन्य खालिस्तानी समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने नारेबाजी की।

हालांकि, ब्रिटिश पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया और जयशंकर की सुरक्षा सुनिश्चित की। इस घटना से भारत सरकार ने कड़ी नाराजगी जताई है और ब्रिटेन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

जैसे ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर चैथम हाउस में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बाहर निकले, एक व्यक्ति अचानक उनकी कार की ओर दौड़ा। इस दौरान, खालिस्तानी समर्थकों ने नारेबाजी भी की। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति संभाल ली। ब्रिटिश पुलिस ने इस दौरान जयशंकर की सुरक्षा सुनिश्चित की और संभावित खतरे को टाल दिया। भारत सरकार ने इस घटना पर गंभीर आपत्ति जताई है और ब्रिटेन से उचित कार्रवाई की मांग की है।

इसी कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर भी सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा,
1. अनुच्छेद 370 हटाना एक बड़ा कदम था, जिससे कश्मीर को विशेष दर्जा खत्म कर उसे मुख्यधारा में लाया गया।
2. कश्मीर में विकास, आर्थिक गतिविधियों और सामाजिक न्याय को बहाल करना दूसरा बड़ा कदम था, जिससे वहां स्थिरता और समृद्धि आई।
3. तीसरा बड़ा कदम सफलतापूर्वक चुनाव कराना था, जिससे लोकतंत्र मजबूत हुआ और लोगों का विश्वास बढ़ा।

जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार कश्मीर के पूर्ण विकास और वहां स्थायी शांति के लिए प्रतिबद्ध है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) ही कश्मीर का ऐसा एकमात्र हिस्सा है, जिसका पूर्ण समाधान होना बाकी रह गया है।

उन्होंने यह संकेत दिया कि अनुच्छेद 370 हटाने, विकास कार्यों को आगे बढ़ाने और सफल चुनाव कराने के बाद, भारत सरकार का अगला ध्यान पीओके पर है। यह बयान भारत की एकात्म कश्मीर नीति को फिर से रेखांकित करता है, जिसमें पीओके को भारत का अभिन्न हिस्सा माना जाता है और इसे वापस लेने की रणनीति पर काम किया जा रहा है।