इस साल का मानसून सीज़न देशभर के लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। जून में प्रवेश के बाद से ही लगातार अधिकांश राज्यों में पर्याप्त वर्षा देखने को मिली है। इस बारिश से न केवल झुलसाने वाली गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली, बल्कि नदी, तालाब और बांधों का जलस्तर भी सामान्य से ऊपर पहुंच गया है। दो महीने से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद मानसून का असर कम नहीं हुआ है और कई हिस्सों में अभी भी रुक-रुककर बारिश का क्रम जारी है। अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने संकेत दिए हैं कि आने वाले 96 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में फिर से तेज बारिश होगी।
उत्तर-पश्चिम भारत का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी भारत में एक बार फिर मानसून सक्रिय होगा। राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कुछ जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में तेज बरसात के साथ-साथ भूस्खलन और जलभराव का भी खतरा बना रहेगा। जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में भी अगले चार दिनों तक मौसम का मिजाज बदला हुआ रहने की संभावना है।
दक्षिण भारत में सक्रिय रहेगा मानसून
दक्षिणी राज्यों में भी अगले 96 घंटों के दौरान मानसून का असर गहराएगा। मौसम विभाग ने बताया है कि तमिलनाडु, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और यनम के कई हिस्सों में झमाझम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है। इस दौरान 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है, जिससे समुद्री इलाकों और तटीय क्षेत्रों में सतर्क रहने की जरूरत है।
पूर्वोत्तर भारत में भारी वर्षा का अंदेशा
पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून की गतिविधियां और तेज़ होने वाली हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और नागालैंड में अगले चार दिनों तक लगातार तेज वर्षा हो सकती है। कुछ जगहों पर मूसलाधार बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने का भी अलर्ट है। इन राज्यों में तेज हवाओं के साथ-साथ नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ने की संभावना जताई गई है।
पूर्वी और मध्य भारत में झमाझम बारिश
पूर्वी और मध्य भारत के कई राज्यों में भी अगले 96 घंटों तक मानसून सक्रिय रहने वाला है। मध्य प्रदेश, अंडमान-निकोबार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में रुक-रुककर तेज बारिश होगी। इसके साथ ही सिक्किम, विदर्भ और ओडिशा में भी भारी वर्षा की आशंका है। कई इलाकों में लगातार रिमझिम बरसात होगी, जिससे मौसम सुहावना रहेगा लेकिन निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।
पश्चिम भारत में फिर बरसेंगे बादल
पश्चिमी भारत के राज्यों में भी मानसून कमजोर नहीं पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात-सौराष्ट्र और कोंकण के कई हिस्सों में अगले चार दिनों तक गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की संभावना है। इसके साथ ही कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर भी जारी रहेगा। इस दौरान आंधी और बिजली गिरने का खतरा भी है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।