मध्यप्रदेश के इन 23 जिलों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मध्य प्रदेश में फिलहाल चार अलग-अलग मौसम प्रणालियां एक साथ सक्रिय हैं। इनके असर से प्रदेश के विभिन्न इलाकों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दो दिनों यानी शुक्रवार और शनिवार को ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में तेज से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं, बाकी हिस्सों में हल्की बरसात का दौर जारी रहेगा। अनुमान है कि राज्यभर में यह बारिश का सिलसिला कम से कम तीन दिन तक और बना रहेगा।

किन जिलों में भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने प्रदेश के 23 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन शामिल हैं। इन जिलों में लगातार तेज पानी गिरने की संभावना जताई गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

बारिश के आंकड़े

गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक अलग-अलग जिलों में दर्ज हुई बारिश ने स्थिति को और स्पष्ट कर दिया। इंदौर में 60 मिलीमीटर, रतलाम में 53 मिलीमीटर, सतना में 16 मिलीमीटर, रीवा में 14 मिलीमीटर, नरसिंहपुर में 13 मिलीमीटर, जबकि नर्मदापुरम और जबलपुर में 8-8 मिलीमीटर और खजुराहो में 6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे साफ है कि बारिश का असर पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।

लो प्रेशर और चक्रवात का असर

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में ऊपरी हवा में चक्रवात भी बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, नर्मदापुरम, सिवनी और दुर्ग होते हुए छत्तीसगढ़ तक फैली है और बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसके साथ ही, पूर्वोत्तर अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक एक और द्रोणिका बनी है, जो सौराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, दक्षिण-पश्चिमी एमपी और उत्तरी छत्तीसगढ़ को प्रभावित कर रही है।

मालवा-निमाड़ और चंबल में भारी बरसात की चेतावनी

मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने की वजह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बरसात हो रही है। खासतौर पर शुक्रवार और शनिवार को मालवा-निमाड़ और चंबल अंचल में तेज बारिश के आसार हैं। हालांकि, अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इससे किसानों के लिए जहां राहत की स्थिति बनेगी, वहीं निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं।