मध्यप्रदेश के इन 20 जिलों में गरज-चमक के साथ होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का सिलसिला रविवार यानी 7 सितंबर को भी जारी रहने वाला है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों के लिए कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। हालांकि, इस बार किसी भी जिले के लिए अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। पूर्वानुमान के अनुसार, इंदौर, उज्जैन, बड़वानी, बैतूल, देवास, बुरहानपुर, खरगोन, खंडवा, मंदसौर, नीमच, भोपाल और रायसेन जिलों में कुछ स्थानों पर तेज वर्षा हो सकती है। वहीं ग्वालियर-चंबल क्षेत्र और जबलपुर सहित आसपास के इलाकों में रिमझिम बारिश की स्थिति बनी रहेगी।

मानसून ट्रफ और चक्रवाती सिस्टम सक्रिय

भारत मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या सुरेंद्रन ने जानकारी दी कि वर्तमान में मानसून ट्रफ राजस्थान से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसके अलावा एक चक्रवाती सिस्टम राजस्थान से होकर मध्यप्रदेश और झारखंड की दिशा में बढ़ रहा है। इस कारण इंदौर संभाग सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी बनी हुई है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में हल्की बारिश से मौसम खुशनुमा बना रहेगा।

अगले 48 घंटों में फिर तेज बरसात के आसार

मौसम विभाग के अनुसार, 6 सितंबर तक प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश दर्ज की गई। हालांकि 7 सितंबर को बारिश में थोड़ी कमी आ सकती है। लेकिन 9 सितंबर से एक बार फिर भारी वर्षा के संकेत मिले हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रफ लाइन अभी भी प्रदेश से गुजर रही है, जिसकी वजह से मौसम प्रणाली एक्टिव है और इससे अगले हफ्ते झमाझम बारिश का नया दौर शुरू होगा। लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के अधिकांश बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं।

अब तक का बारिश का आंकड़ा

मध्यप्रदेश में इस मानसूनी सीजन में अब तक 40.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह औसत से लगभग 111 प्रतिशत ज्यादा है। मौसम विभाग के अनुसार, इस अवधि में सामान्य रूप से 32.8 इंच वर्षा होनी चाहिए थी। प्रदेश की सामान्य औसत वर्षा 37 इंच मानी जाती है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 44 इंच तक पहुंच गया था। मानसून के समापन से पहले ही प्रदेश के 22 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है।

बड़वानी में पहाड़ी दरकने से मार्ग बंद

लगातार बारिश के बीच बड़वानी जिले की सीमा से लगे पर्यटन स्थल तोरणमाल में भूस्खलन की घटना हुई। पहाड़ी दरकने से भारी चट्टानें सड़क पर आ गिरीं, जिसके चलते कई घंटों तक आवाजाही पूरी तरह बंद रही। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोग घंटों तक फंसे रहे। बाद में पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मशक्कत के बाद सड़क को फिर से यातायात के लिए चालू कराया गया।