बारिश से अभी नहीं मिलेगी राहत! महाराष्ट्र में 5 दिन तक जारी रहेगा असर, यूपी-बिहार समेत 15 राज्यों में अलर्ट, पहाड़ों पर भी बढ़ी चिंता

महाराष्ट्र में इन दिनों लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई जिलों में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि जगह-जगह पानी भर गया है और सड़कें पूरी तरह डूब चुकी हैं। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे गांव और कस्बों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है और परिवहन सेवाओं पर भी बुरा असर पड़ा है। मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले पाँच दिनों तक राज्य में बारिश का यह दौर थमने वाला नहीं है। ऐसे में महाराष्ट्र के लोगों को अभी राहत की कोई उम्मीद नहीं है।

पहाड़ी राज्यों में तबाही का मंजर

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी प्रकृति का प्रकोप देखने को मिल रहा है। भारी बारिश ने इन पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। कई स्थानों पर सड़कों के कट जाने और पुल बह जाने से आवाजाही बाधित हो गई है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि इन राज्यों में 22 अगस्त तक भारी वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा।

दिल्ली-एनसीआर का मौसम

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से तेज धूप निकलने के कारण गर्मी का असर महसूस किया जा रहा है। हालांकि मंगलवार को अचानक दोपहर में तेज हवा और झमाझम बारिश हुई, लेकिन इसके बाद फिर से धूप निकल आई। इस वजह से लोगों को उमस और गर्मी दोनों का सामना करना पड़ा। भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लिए 22 और 23 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

पश्चिमी भारत में बारिश का अलर्ट

20 और 21 अगस्त को उत्तरी कोंकण, मुंबई, दक्षिण गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, गुजरात में 21 से 22 अगस्त के दौरान तेज बारिश होने के आसार हैं। इस पूरे क्षेत्र में 22 अगस्त तक तेज हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान है। मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस दौरान तटीय इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

दक्षिण भारत का मौसम

दक्षिण भारत में भी मानसून सक्रिय बना हुआ है। 21 और 22 अगस्त को तटीय कर्नाटक और तेलंगाना के कई इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है। वहीं, 19 अगस्त को केरल, माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में अच्छी बारिश दर्ज होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 21 अगस्त तक दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके अलावा अगले पाँच दिनों के दौरान तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, यनम और तेलंगाना में गरज और बिजली के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

मध्य भारत और पूर्वी राज्यों का हाल

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी अगले सात दिनों तक बारिश का असर दिखेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि 20 से 25 अगस्त तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। इन इलाकों में गरज-चमक और बिजली गिरने की घटनाएं भी दर्ज की जा सकती हैं।

उत्तर भारत और हिमालयी क्षेत्र

22 से 24 अगस्त के बीच जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, अगले सात दिनों तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में भी बारिश का जोर बना रहेगा।

पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश का सिलसिला

पूर्वोत्तर भारत में मानसून की तेज़ गतिविधि बनी हुई है। इस दौरान असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भी लगातार भारी बारिश होने की संभावना है। इससे इन इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।