इंदौर शहर के अंदर चलने वाली बसों पर सख्ती की तैयारी प्रशासन ने कर ली है। बस ऑपरेटर को डेढ़ महीना का वक़्त दिया है और कहा है कि बसों को अब शहर के बाहर से चलाएं।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि शहर के अंदर से चलने वाली बसें बिना किसी लाइसेंस और परमिशन के चल रही है। सभी को हमने नोटिस दे दिया है सभी बस ऑपरेटर को डेढ़ महीने का वक़्त दिया है।
बस ऑपरेटर से कहा है कि वह अपने ऑपरेशंस शहर से बाहर शिफ्ट करें। बस ऑपरेटरों को नायता मुंडला स्थित बस स्टैंड का भी ऑप्शन बस चलाने के लिए दिया है।
इसके अलावा अगर वह शहर से बाहर अन्य किसी प्राइवेट जगह पर शिफ्ट होना चाहते हैं तो हो सकते है। देखा गया है कि सभी लंबी रूट की बसें हैं यह जब चौराहे पर टर्न करती है तो ट्रैफिक जाम हो जाता है। बसें जहां रोड पर खड़ी होती है वहां पर भी ज़्यादा जगह घेरती है और लंबे वक़्त तक खड़े रहने से यातायात में दिक्कत आती है।