अगले 3 दिनों तक इन राज्यों में आंधी-तूफान के साथ होगी मूसलाधार बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

देश के अलग-अलग हिस्सों में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ता दिख रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले दिनों में कहीं लोगों को बारिश से राहत मिलेगी तो कहीं इसका असर और गंभीर हो सकता है। विभाग ने खासकर उत्तर भारत, गुजरात, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस वजह से कई जगहों पर बाढ़, जलभराव और भूस्खलन जैसी परिस्थितियाँ बनने की आशंका जताई जा रही है।

दिल्ली में लगातार बारिश की चेतावनी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में 22 अगस्त से 25 अगस्त तक लगातार भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इस दौरान तेज हवाएं भी चल सकती हैं। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि बारिश और हवाओं के कारण ट्रैफिक जाम और जलभराव की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है। दिल्ली में पहले से ही कई निचले इलाकों में पानी भरने की घटनाएँ हो रही हैं, ऐसे में लगातार होने वाली बारिश से लोगों की दिक्कतें दोगुनी हो सकती हैं।

उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश का खतरा

उत्तर प्रदेश में भी आसमान से आफत बरसने वाली है। मौसम विभाग ने राज्य के 15 से अधिक जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, जौनपुर और झांसी जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना है। विभाग के अनुसार, 25 अगस्त तक यूपी के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे स्थानीय लोगों को जनजीवन से जुड़ी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

गुजरात में बारिश का लंबा दौर

गुजरात में मानसून का असर लगातार बना रहेगा। उत्तरी गुजरात के जिलों में 23 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके बाद 25 अगस्त से एक और नया दौर शुरू होगा। तटीय इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है, जिससे समुद्र किनारे बसे इलाकों में खतरा और बढ़ सकता है। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा है।

बिहार में वज्रपात और बारिश का अलर्ट

बिहार में भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। गया, नालंदा, दरभंगा और समस्तीपुर सहित 10 से अधिक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों में वज्रपात का खतरा जताया गया है। लोगों से अपील की गई है कि खराब मौसम के दौरान खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े न हों और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।

उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन का खतरा

उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में 22 अगस्त से बारिश का नया दौर शुरू हो रहा है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले कई दिनों तक भारी बारिश के आसार हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में हालात बिगड़ सकते हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के चंबा, ऊना और कांगड़ा जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। इन इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन जैसी घटनाओं का खतरा ज्यादा है।

महाराष्ट्र और कोंकण में बारिश घटने के संकेत

महाराष्ट्र के कोंकण और मध्यवर्ती हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश अब धीरे-धीरे कम होने लगेगी। हालांकि 21 अगस्त को घाटी वाले इलाकों में तेज बारिश दर्ज की जा सकती है। 22 से 24 अगस्त के बीच यहां छिटपुट भारी बारिश की स्थिति रहेगी। मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।

राजस्थान और मध्य प्रदेश की स्थिति

राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में आज भारी बारिश की संभावना है। दूसरी ओर, मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में फिलहाल बारिश से थोड़ी राहत रहेगी। हालांकि नीमच, मंदसौर और शिवपुरी जैसे कुछ जिलों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

पूर्वोत्तर राज्यों में अलर्ट

पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बारिश का असर काफी गंभीर रहेगा। अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम और असम-मेघालय क्षेत्रों में 22 अगस्त को बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, यहां अगले पांच दिनों तक लगातार बारिश और बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा। इन राज्यों के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है।

तमिलनाडु में गरज के साथ बारिश

दक्षिण भारत में भी मौसम का असर दिखने लगा है। चेन्नई और आसपास के जिलों में 22 अगस्त की सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और कडलोर जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। सुबह 4:30 बजे से 7:30 बजे तक इन क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।