मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) में सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रवेश हो गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महान आर्यमन सिंधिया अब इस संघ का हिस्सा बन गए हैं। इससे पहले उनके दादा, स्व. माधवराव सिंधिया एमपीसीए के अध्यक्ष रहे थे। इस कदम से सिंधिया समर्थक गुटों में गहरी उत्सुकता और उत्साह का माहौल है।
नेताओं के बेटों की एंट्री और नई पीढ़ी की सक्रियता
महान आर्यमन के आने के साथ ही सिंधिया समर्थक कई मंत्रियों और नेताओं के बेटे भी एमपीसीए की गतिविधियों से जुड़ गए हैं। इसे नेतागिरी की तीसरी पीढ़ी की सक्रियता के रूप में देखा जा रहा है। मंत्री तुलसी सिलावट, जो लंबे समय से सिंधिया परिवार से जुड़े हैं, अब उनके बेटे चिंटू सिलावट को भी महान आर्यमन के साथ जुड़ते देखा जा रहा है। इंदौर में आयोजित एजीएम के दौरान चिंटू सिलावट पूरी तरह से उनके साथ सक्रिय दिखाई दिए।
प्रद्युम्न सिंह तोमर और उनके बेटे का साथ
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का बेटा रिपुदमन सिंह तोमर भी महान आर्यमन के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा है। इंदौर में हुई बैठक के दौरान रिपुदमन लगातार उनके साथ मौजूद रहे और पूरे शहर में पोस्टर लगाकर अपना समर्थन दिखाया। इससे साफ है कि दूसरी पीढ़ी के नेता अब अपने बेटों को भी इस नई पारी में आगे ला रहे हैं।
गोविंद सिंह राजपूत और बेटे आकाश की नई भूमिका
इसी कड़ी में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शामिल हैं। वह पहले माधवराव सिंधिया के करीबी थे और बाद में ज्योतिरादित्य के साथ हो गए। अब उनके बेटे आकाश राजपूत भी महान आर्यमन के साथ जुड़े हैं। इस तरह यहां भी राजनीतिक वारिस नई पारी की शुरुआत करते दिख रहे हैं।
विजयवर्गीय परिवार और सिंधिया परिवार की नजदीकी
दिलचस्प यह भी है कि कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैलाश विजयवर्गीय के बीच एमपीसीए चुनाव को लेकर गहरी प्रतिद्वंद्विता रही। लेकिन अब रिश्ते पारिवारिक होते जा रहे हैं। हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को महान आर्यमन के साथ मंच साझा करते और उन्हें गले लगाते देखा गया। यह जोड़ी भी चर्चा का विषय बन गई है।
इमरती देवी और महेंद्र सिंह सिसोदिया की भूमिका
सिंधिया परिवार के पुराने समर्थकों में महेंद्र सिंह सिसोदिया और इमरती देवी का नाम अहम है। सिसोदिया भले ही चुनाव हार गए हों, लेकिन सिंधिया परिवार के प्रति उनकी निष्ठा बनी हुई है। वहीं इमरती देवी अब भी पूरी तरह सिंधिया परिवार के साथ खड़ी नजर आती हैं। महान आर्यमन की अध्यक्षता संभालने पर दोनों ने सार्वजनिक रूप से बधाई दी और इंदौर पहुंचकर अपना समर्थन जताया।
कांग्रेस ने साधा परिवारवाद पर निशाना
इस घटनाक्रम पर कांग्रेस ने परिवारवाद का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भाजपा वंशवाद के खिलाफ बात करती है, लेकिन एमपीसीए में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे की ताजपोशी कर परिवारवाद को बढ़ावा दे रही है। पटवारी ने इस पर तंज कसते हुए एक पोस्टर भी साझा किया।
सिंधिया का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने करारा जवाब दिया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “कांग्रेस का स्वागत है। उनका यही चरित्र है, जो परिवारवाद और स्तरहीन राजनीति पर टिका है।” साथ ही उन्होंने कांग्रेस को चरित्रहीन और स्तरहीन पार्टी करार दिया। इस तरह सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी की एंट्री के साथ ही राजनीतिक तकरार भी तेज हो गई है।