सावन सोमवार : 11 जुलाई 2025 से सावन महीने की शुरुआत आयुष्मान, सौभाग्य और प्रति योग से हुई। ये तीनों योग जीवन में सुख, समृद्धि, दीर्घायु और शुभफल देने वाले माने जाते है। इस साल सावन सोमवार पर भी विशेष ज्योतिष संयोग बन रहे है।
सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को है। इस दिन गजकेसरी योग और संकट चतुर्थी भी है। इसके साथ ही सावन के पहले सोमवार पर आयुष्मान योग और सौभाग्य योग बन रहे है।
इस दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद शिव मंदिर जाए या घर पर शिवलिंग स्थापित करके विधिवत पूजा करें। शिवलिंग पर दूध, जल, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।
इसके अलावा आप शिवलिंग पर बैलपत्र, धतूरा, आंकड़े का फूल, और फल आदि का भोग भी अर्पित कर सकते है। साथ ही महादेव की आराधना में आप ओम नमःशिवाय या श्री शिवाय नमस्तुभ्यं और महामृत्युंजन मंत्र का 108 बार जाप भी करें।
सावन के चार सोमवार इन तारीखों पर है…..
पहला सोमवार – 14 जुलाई
दूसरा सोमवार – 21 जुलाई
तीसरा सोमवार – 28 जुलाई
चौथा और अंतिम सोमवार – 04 अगस्त
सावन शिवरात्रि – 23 जुलाई 2025 को है।
दूसरा सावन सोमवार 21 जुलाई को है, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और बुधादित्य योग बन रहे है। तीसरा सोमवार 28 जुलाई को है, इस दिन रवि योग बन रहा है। वहीं चौथा और अंतिम सोमवार 04 अगस्त है, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
धार्मिक मान्यता है कि इन विशेष योग में शिव पूजा करना बेहद शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। इन विशेष योग में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों को आरोग्य, आयु और मानसिक शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।