भारत को ठीक बीच से काटती है ये रहस्यमयी नदी, इसका नाम जानकर आप भी चौंक जाएंगे

भारत विविधताओं और रहस्यों का देश है, यहां हर राज्य में आपको कोई न कोई अनोखी बात देखने को मिल जाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के ठीक बीच से एक नदी गुजरती है, जो देश को दो हिस्सों में बांट देती है? यह नदी न सिर्फ अपने भूगोल के कारण खास है, बल्कि इसके पीछे कई ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं। इस नदी का नाम है नर्मदा नदी।

नर्मदा नदी का अनोखा रास्ता

नर्मदा नदी मध्य भारत से होकर बहती है और यह पश्चिम दिशा की ओर बहने वाली उन गिनी-चुनी नदियों में से एक है जो बंगाल की खाड़ी की बजाय अरब सागर में गिरती हैं। यह अमरकंटक (मध्य प्रदेश) से निकलकर गुजरात तक जाती है। इसकी खास बात ये है कि यह भारत के बिल्कुल मध्य से बहती है, और ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह देश को उत्तर और दक्षिण में विभाजित कर रही हो। यही कारण है कि इसे “भारत की जीवनरेखा” भी कहा जाता है।

धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

नर्मदा नदी को हिंदू धर्म में गंगा से भी पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि नर्मदा नदी के दर्शन मात्र से पापों का नाश हो जाता है, जबकि गंगा स्नान करने से। यह नदी आदि शंकराचार्य से लेकर संत तुकाराम तक कई संतों की साधना भूमि रही है। नर्मदा परिक्रमा एक प्रसिद्ध धार्मिक यात्रा है जिसमें श्रद्धालु पूरे नदी के किनारे-किनारे घूमते हैं।

रहस्यमयी मान्यताएं और अद्भुत दृश्य

नर्मदा नदी के किनारों पर कई ऐसे स्थान हैं जहां अद्भुत और रहस्यमयी दृश्य देखने को मिलते हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित “भेड़ाघाट” पर संगमरमर की चट्टानों के बीच बहती नर्मदा एक जादुई अनुभव देती है। माना जाता है कि इस नदी के पत्थरों में ‘शिवलिंग’ की आकृति स्वतः बनती है, जिसे “बाणलिंग” कहा जाता है। ये बाणलिंग नर्मदा में ही पाए जाते हैं और इनकी पूजा शिवलिंग के रूप में होती है।