100 साल पुराना इंदौर का ये मंदिर , अपने वास्तुकला के लिए देशभर में है प्रसिद्ध

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में स्थित है एक ऐसा मंदिर जो जैन धर्म को समर्पित है । इस मंदिर की सुंदरता के कारण लोग इस मंदिर को दूर दूर से देखने आते है। इसे 20वीं सदी में एक व्यापारी ने बनवाया था। जिनका नाम परोपकारी सेठ हुकुमचंद जैन है। आपको ये जानकर हैरानी होगी की इस मंदिर में चारो तरफ कांच की सुन्दर कारीगरी की गयी है। इसे बनवाने के लिए कारीगरों को जयपुर और ईरान से बुलवाया गया था।

अब तो आप समझ ही गए होंगे हम बात कर रहे है , इंदौर के कपड़ा बाजार में स्थित काॅच मंदिर की। ये बेहद ही सुन्दर मंदिर है , इस मंदिर को 1903 में बनवाया गया था। ये मंदिर इंदौर में आए सेहलानियो के लिए मुख्य आकर्षण केन्द्रो में से एक है।

कॉच मंदिर का इतिहास :

इंदौर के कपड़ा बाजार में स्थित ये सुन्दर मंदिर, 1903 में एक व्यापारी परोपकारी सेठ हुकुमचंद जैन ने बनवाया था। उन्होंने इस मंदिर को बनवाने के लिए जयपुर और ईरान से कारीगरों को बुलवाया गया था।

हैरान कर देनी वाली बात यह है की इस मंदिर के निर्माण में सीमेंट का उपयोग नही किया गया है, इसे चुना और पत्थर का उपयोग करके बनाया गया था । इस शीश महल की दीवारों पर कांच लगाए गए है। इन काचो को बेल्जियम से मगवाया गया था। सबसे खास बात यह है की इस महल को बने हुए 100 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन आज भी इन काचो की चमक जैसी कि वैसी ही है। यह मंदिर बाहर से इतना आकर्षक नहीं दीखता लेकिन अंदर से इस मंदिर की खूबसूरती देखने लायक होती है , इसके दरवाजों पर चांदी की परत लगाई गई है। यह मंदिर जयपुर के आमेर मे स्थित शीश महल से मिलता झूलता है।

जैन धर्म को समर्पित है कॉच मंदिर:

ये मंदिर विशेष रूप जैन श्रदालियों के लिए बनवाया गया है , अपने अनोखे आर्किटेक्ट के चलते ये हर धर्मो के लोगो मे प्रसिद्ध है। इस मंदिर में कई जैन मूर्तियां और जैन धर्मग्रंथों भी कांच से बने हैं।