इस बार लाडली बहनों को किस्त के साथ मकर संक्रांति पर मिलेगा ये बड़ा तोहफा, महिला सशक्तिकरण पर दिया जा रहा जोर

इस वर्ष मकर संक्रांति पर्व को महिला सशक्तीकरण पर केंद्रित किया जाएगा। इस पहल के तहत, जिला स्तर पर मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं को सम्मानित करने और उनके सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी। कार्यक्रमों में महिलाओं को तिल, गुड़, कंगन और सुहाग सामग्री का वितरण किया जाएगा। यह न केवल पर्व की सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाएगा, बल्कि महिलाओं को उनके महत्व का अहसास कराने का प्रतीक भी होगा। इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं के योगदान को सम्मानित करना और समाज में उनके प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इसके साथ ही, यह पर्व महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक सकारात्मक संदेश देगा।

12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को मंत्रालय में जनकल्याण अभियान, मकर संक्रांति, धान उपार्जन और युवा दिवस से जुड़े कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि इन कार्यक्रमों की समीक्षा और निगरानी का कार्य कलेक्टर करेंगे, ताकि आयोजन सुचारु और प्रभावी तरीके से संपन्न हो सके। यह पहल युवाओं को स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता के प्रति प्रेरित करने और स्वामी विवेकानंद के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से की जा रही है। सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के माध्यम से बच्चों में शारीरिक और मानसिक संतुलन को बढ़ावा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शीतलहर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि यदि आवश्यक हो, तो वे स्कूलों के समय में तुरंत परिवर्तन कर सकते हैं। यह कदम छात्रों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे परीक्षाओं की तैयारियों को सुचारु बनाने के लिए छात्रों, पालकों और शिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करें। यह समन्वय केवल स्कूल स्तर पर ही नहीं, बल्कि कॉलेज स्तर पर भी किया जाना चाहिए, ताकि परीक्षा संबंधी किसी भी समस्या का समाधान समय पर हो सके और छात्रों को बेहतर वातावरण में पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा सके। यह निर्देश छात्रों के शैक्षणिक हितों को प्राथमिकता देने और उनकी सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिए गए हैं।

सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्थाओं का अध्ययन करें। अधिकारियों को यह समझने के लिए कहा गया है कि प्रयागराज महाकुंभ में लागू की गई व्यवस्थाएं, जैसे यातायात प्रबंधन, स्वच्छता, सुरक्षा, अस्थायी आवास, और सूचना प्रबंधन, सिंहस्थ महाकुंभ में किस तरह प्रभावी हो सकती हैं। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सिंहस्थ महाकुंभ में भी सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चलें, ताकि लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और अनुभव बेहतर हो सके।

बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर स्वामी विवेकानंद जयंती पर 12 जनवरी को आयोजित युवा उत्सव को भव्यता प्रदान करें। इस कार्यक्रम के तहत, प्रदेश के सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं सामूहिक सूर्य नमस्कार के साथ प्राणायाम में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री के संदेश और सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राओं तथा प्राणायाम का प्रसारण भी किया जाएगा।

यह पहल युवा पीढ़ी को स्वास्थ्य, योग और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से की जा रही है, ताकि छात्रों में शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण की भावना विकसित हो।