Lok Sabha Elections में इस बार कई राजा-महाराजा आजमा रहे किस्मत!

स्वतंत्र समय, भोपाल

लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) 2024 के चुनाव में कई राजा महाराजा किस्मत आजमाने जा रहे हैं। उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूर्व से लेकर पश्चिम तक कई राजा, राजवाड़े चुनाव लड़ रहे हैं। इस मामले में भाजपा सबसे आगे है, दर्जन भर राजघरानों के वंशजों को टिकट दिया है । भाजपा की लिस्ट में मैसूर से लेकर त्रिपुरा तक की महारानी का नाम शामिल है।

Lok Sabha Elections की लिस्ट में मैसूर राजघराने का नाम

इस लिस्ट में पहला नाम मैसूर राजघराने का है। Lok Sabha Elections 2024 में मौजूदा सांसद प्रताप सीमा का टिकट काटकर पूर्वशाही मैसूरू परिवार के वंशज यदुवीर कृष्ण दत्त वाडियार को मैदान में उतर है। उनसे पहले उनके दादा सांसद रहे हैं। त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट से अपने मौजूदा सांसद रेवती त्रिपुरा का टिकट काटकर कीर्ति सिंह देव वर्मा को मैदान में उतारा है। कीर्ति सिंह देव वर्मा त्रिपुरा के पूर्व माणिक्य शाही परिवार की राजकुमारी हैं। वह टिपरा माथा पार्टी के नेता प्रदोष देव वर्मा की बड़ी बहन हैं। पिछले दिनों ही यह लोग एनडीए गठबंधन से जुड़े हैं। इस कड़ी में तीसरा नाम मालविका केसरी देव का है। उड़ीसा में मालविका केशरी देव को मैदान में उतर गया है। बीजेपी के पूर्व सांसद अर्क केसरी देव की पत्नी और कालाहांडी के शाही परिवार की सदस्य हैं। राजघरानों के उम्मीदवार के तौर पर राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने महिमा कुमारी विश्वराज सिंह मेवाड़ को मैदान में उतारा है। महिमा कुमार मेवाड़ के शाही परिवार के सदस्य विश्वराज सिंह की पत्नी हैं। विश्वराज सिंह इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए और नाथद्वारा विधानसभा सीट से चुनाव लडक़र विधायक बने। अब पार्टी ने उनकी पत्नी को राजपूत बहुल राजसमंद सीट से टिकट दिया है।

पश्चिम बंगाल में राजमाता अमृता रॉय का महुआ से मुकाबला

राजशाही परिवार के पांचवें उम्मीदवार के तौर पर बंगाल में राजमाता अमृता रॉय को देख सकते हैं। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से राजमाता अमृता रॉय को तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ मैदान में उतारा है। रॉय कृष्णानगर के शाही परिवार से ताल्लुकात रखती हैं और इलाके में उन्हें उन्हें राजमाता कहा जाता है। राजशाही परिवारों के इन पांच के पहली बार चुनाव लडऩे वालों के अलावा कुछ ऐसे भी उम्मीदवार हैं जो पहले से चुनावी राजनीति में हैं और इस बार बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें सतारा, पटियाला, ग्वालियर, बोलांगीर और झालावाड़ राजघराने के वंशज शामिल हैं।

शिवाजी के वंशज हैं भोसले

सतारा से छत्रपति शिवाजी के वंशज और मौजूदा बीजेपी राज्यसभा सांसद उदयनराजे भोसले इस बार बीजेपी के टिकट पर महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे के लिए तैयारी में हैं। उदयन भोसले ने 2019 में एनसीपी के टिकट पर सीट जीती थी। बाद में उन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे दिया और उपचुनाव हार गए। उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया।

पटियाला शाही परिवार से परनीत

वहीं पटियाला से पूर्व कांग्रेस सांसद परनीत कौर भाजपा में शामिल हो गई हैं। परनीत कौर पटियाला शाही परिवार और राजा कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। केंद्रीय मंत्री और ग्वालियर के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले से ही बीजेपी में राज्यसभा सांसद और केंद्र में मंत्री हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार बीजेपी के टिकट पर गुना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सूची में शहडोल राजघराने की हिमाद्रि सिंह का नाम भी शामिल है। हिमाद्रि 2019 में भी बीजेपी की टिकट पर जीत कर आई थीं।