राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर 1 अक्टूबर को एक पत्र मिला, जिसमें उज्जैन के महाकाल मंदिर सहित कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पत्र में जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन का उल्लेख किया गया है। इस धमकी के बाद, पुलिस ने तुरंत अलर्ट जारी किया और सुरक्षा जांच को कड़ा कर दिया है। रेलवे अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल जानकारी साझा करने की अपील की गई है।
राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर को मंगलवार को एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें 2 नवंबर को उज्जैन के महाकाल मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इसके अलावा, पत्र में 30 अक्टूबर को जयपुर, उदयपुर, बूंदी, कोटा, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़, और गंगानगर रेलवे स्टेशनों को भी बम से उड़ाने की चेतावनी दी गई है।
इस धमकी के बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा उपायों को तुरंत प्रभावी किया है। सुरक्षा बलों ने सभी संबंधित स्थलों पर चौकसी बढ़ा दी है, और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने इस पत्र की जांच शुरू कर दी है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर को भेजे गए पत्र में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लिखा हुआ है। यह पत्र डाक के जरिए भेजा गया था। स्टेशन मास्टर ने तुरंत इस पत्र की सूचना *स्थानीय पुलिस* को दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पत्र की जांच की और इस मामले की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दी। पत्र मिलने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है। सुरक्षा बलों ने रेलवे स्टेशनों और संबंधित स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके। उज्जैन के महाकाल मंदिर में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बम स्क्वाड की टीम रोजाना जांच करती है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए हैं।
धमकी देने वाले पत्र में, भेजने वाले ने खुद को जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर बताया है और महाकाल मंदिर के साथ-साथ राजस्थान के अन्य धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की बात लिखी है। इस संदर्भ में सुरक्षा एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का पूर्वानुमान लगाया जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।